फर्रुखबाद: सोमवार को जेल से न्यायालय में पेशी पर आये 8 शातिर बंदी पुलिस को चकमा देकार फरार हो गये। घटना की सूचना के बाद से जिला प्रशासन में हकंप मच गया है। पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच गये है। फरार बंदियो की तलाश की जा रही है।
जेल के बाहर से आ रही अपराधियों के लिये साजगार माहौल की खबरें जेल में बंद अपराधियों को बेचैन कर रही हैं। सोमवार को पेशी पर न्यायालय लाये गये कैदियों में से 8 शातिर बंदी यहीं से पुलिस को गच्चा दे गये। सेशन कोर्ट के पास बनी हवालात के अंदर बने शौचालय में लगभग एक फुट चौड़ा मोखला काट कर बंदी यहां से फरार हो गये। सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। आनन फानन में जिले का चार्ज देख रहे पुलिस अधीक्षक पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
सूचना मिलने पर पहुचे पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी ने सीओ सिटी विनोद कुमार सिंह के साथ मौके पर जाकर हवालात में शेष रह गये कैदियों से पूछतांछ की। सोमवार को कुल 43 कैदी सेशन अदालतों में पेशी के लिये आये थे। जिनको इस हवालात में रखा गया था। एक कैदी ने तो यहां तक बताया कि उसने कुछ को भागते देख कर शोर भी मचाया था, परंतु पुलिस वालों ने सुना ही नहीं। पुलिस अधीक्षक ने ड्यूटी पर तैनात दरोगा अरुण कुमार की जमकर क्लास लगायी। अरुण कुमार के साथ सिपाही अनवार आलम, कृष्ण देव, कमलजीत, अनवर, सौदान, मनोज, प्रदीप, धर्मवीर, रविंद्र, सुनील, नसीमुद्दीन, प्रदीप कुमार आदि की ड्यूटी लगी थी।
जानकारी के अनुसार राकेश पुत्र जमादार निवासी राजेपुर, प्रवेश पुत्र रामादीन निवासी नौगवां कैंट, परशुराम उर्फ बब्बलू पुत्र पंजाबी निवासी दानमंडी जहानगंज, सर्वेश पुत्र भूरे निवासी नगला झब्बू नवाबगंज, नन्हे उर्फ झिंगुरी पुत्र गेंदन निवासी कंझाना जहानगंज, आशीष पुत्र मुन्ना लाल निवासी कछियाना, बब्लू कटियार पुत्र विनोद कटियार निवासी सातनपुर पट्टिया व रामू पुत्र मोहन निवासी शिवराई बरियार कायमगंज के नाम फरार अपराधियों में सम्मिलित हैं। मजे की बात है कि कैदियों के भागने के चार घंटे बाद भी पुलिस प्रशासन फरार कैदियों के नामों के विषय में दुविधा में है। जिला जेल से प्राप्त जानकारी के अनुसार फरार कैदियों पर लूट, डकैती, अपहरण व हत्या जैसे संगीन आरोप हैं। इनमें से कुछ तो सजा याफ्ता भी हैं।