फर्रुखाबाद: प्रशासन द्वारा लिंजीगंज बाजार में सघन छापेमारी करने के बाद हुई व्यापारियों की गिरफ्तारी व मुकदमेंबाजी के बाद गुरुवार को प्रातः खुले लिंजीगंज व मन्नीगंज बाजार में जहां परचून दुकानदार सामान्य रहे वहीं दूसरी तरफ वनस्पति घी व फार्चून के दुकानदार सुबह से अपने ग्राहकों का चेहरा देखने के लिए तरसते रहे।
एक दर्जन से अधिक मिलावटखोर घी दुकानदारों पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए गिरफ्तार किया था। जिसका असर गुरुवार को लिंजीगंज बाजार में साफ दिखायी पड़ी। जहां गुरुवार को घी खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या लगभग एक दो प्रतिशत से अधिक नहीं दिखी। जिससे घी व्यापारियों के चेहरे लटक गये।
पहली बात तो कोई वनस्पति घी व्यापारी दुकान का शटर ऊपर करने के लिए हिम्मत नहीं जुटा पाया और जिसने शटर खोला भी उसका एक आदमी सड़क के दोनो तरफ नजर रखने के लिए छोड़ दिया गया और दूर से किसी गाड़ी को आता देख छापे के डर से तत्काल शटर नीचे करने की तैयारी में व्यापारी चौकन्ने रहे।
दो दिन पूर्व इन्हीं दुकानों पर सुबह होते होते ग्राहकों की लम्बी भीड़ अनजाने में नकली वनस्पति घी खरीदने को लेकर लग जाती थी। अनजान ग्राहक सिर्फ कंपनी के नाम से ही घी खरीदकर ले जाते थे। लेकिन वह यह बिलकुल नहीं जानते थे कि सफेद और खूबसूरत दिखने वाले घी के अंदर कितने घातक केमिकल मिले हैं। मामला प्रकाश में आने पर ग्राहक भी अब सचेत हो गया है। जिसके चलते आज घी दुकानदारों की दोपहर तक बोहनी तक का नम्बर नहीं आया।