लखनऊ| उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपने राजधानी लखनऊ के 13, मॉल एवेन्यू स्थित बंगले को सजाने संवारने में 86 करोड़ रुपए खर्च कर दिए| बसपा सुप्रीमों के बारे में यह खुलासा सूचना का अधिकार (आरटीआई) के इस्तेमाल से हुआ है। यह आरटीआई मौजूदा सरकार के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव द्वारा मांगी गई थी, जिसका जवाब मिलने के बाद उन्होंने इस पूरे मामले की विभागीय जाँच करवाने के आदेश भी दे दिए हैं|
खुलासे में यह भी पता चला है कि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने न केवल बंगले को सजाने संवारने में खर्च किया बल्कि उन्होंने अपनी और कांशीराम की मूर्तियां लगवाने में भी सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया।
जानकारी के मुताबिक, बसपा सुप्रीमों को 1995 में पहली बार मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 13, मॉल एवेन्यू का बंगला आवंटित कर दिया गया था। माया का यह बंगला 5 एकड़ में फैला है और इसकी चाहरदीवारी 20 फीट ऊंची है। पहले यह बंगला महज 2.5 एकड़ में था। मायावती के मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान बराबर के प्लॉट पर बने गन्ना कमिश्नर ऑफिस को गिराकर इसमें जोड़ दिया। इसे सजाने संवारने का काम 2007 में शुरू हुआ जब वह दूसरी बार मुख्यमंत्री बनीं, लेकिन अधिकतर काम उनका कार्यकाल खत्म होने तक पूरा हुआ।
दिलचस्प बात यह है कि आरटीआई के तहत सपा नेता शिवपाल यादव ने उस वक्त आवेदन किया था जब वह नेता विपक्ष थे और मायावती मुख्यमंत्री, लेकिन करीब साल भर बाद राज्य के संपदा विभाग ने यादव के सवाल का जवाब दिया है। पता चला है कि मायावती ने खुद की और बसपा संस्थापक कांशीराम की 20-20 फीट की दो मूर्तियां भी सरकारी पैसे पर बनवाईं हैं।
वहीँ, अगर सूत्रों की माने तो बंगले को संवारने पर खर्चा 100 करोड़ तक पहुंच सकता है। मायावती के बंगले के कमरे और बाथरूम दर्जनों बार तोड़कर दोबारा बनाए गए, जिसकी वजह से लागत बढ़ गई।