फर्रुखाबाद: सुप्रीम कोर्ट से लेकर बड़े शहरो के चौपरो में भले ही प्रेम प्रसंग और लिव इन रिलेशन को लेकर संजीदा हो मगर भारतीय समाज के ग्रामीण इलाको में प्रेमलीला अधिकांश बर्दास्त के बाहर है| पश्चिमी उत्तर प्रदेश की खाप की पंचायते हो या मध्य उत्तर प्रदेश में सामाजिक इज्जत की दुहाई प्रेमी युगलों की हत्या जगभग एक जैसे ही स्थिति में हो रही है| जिस जगह का इतिहास भी द्रोपदी के रूप में पांचाली को मान्यता देता रहा हो उसी धरती पर दो भाइयो ने अपने बहन के प्रेमी को गंगा किनारे ले जाकर रेत डाला| मामला जनपद फर्रुखाबाद में गंगा किनारे बसे इतिहासिक नगरी कम्पिल का है|
थाना कम्पिल क्षेत्र के निवासी धनपाल पुत्र खेमकरन का गांव की ही एक युवती से लम्बे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। घर वालों को जब इस की जानकारी हुई तो उन्होने इस का विरोध किया लेकिन प्यार में अंधे युवक को इस की कोई परवाह नही थी| धीरे धीरे जब मामला तमाम लोगों की जबान पर आने लगा तो युवती के घर वालो को समाज में शर्म के मारे घर से निकलना दूभर होगया। पहले तो उन्होने चाहा कि किसी तरह प्रेम प्रसंग समाप्त होजाये लेकिन जब उनको इस में सफता नही मिली तो उन्होने अतिवादी निर्णय करके युवक धनपाल को ही रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया।
कि न रहेगा बॉस और न बजेगी बॉसुरी। प्राप्त जानकारी के अनुसार महेश का पुत्र रामनारायन और हरिओम पुत्र लज्जाराम ,धनपाल को उसके घर से बहाने से बुलाकर ले गये और गंगा के सोते के पास मुंह कुचल कर हत्या कर दी। मामले की रिपोर्ट कम्पिल थाने में नाम दर्ज कराई गयी थी।