कमालगंज (फर्रुखाबाद): कमालगंज मण्डी समिति में कल्याण निगम द्वारा गेहूं खरीद केन्द्र खोला गया है। केन्द्र पर आढ़तियों व दलालों का कब्जा है। केन्द्र पर दिन में सन्नाटा पड़ा रहता है। दिन में केन्द्र पर न तो गेहू की तौल होती है और न कोई और काम करता है। वहीं अन्य आढ़ती पूरे मण्डी समिति में दिन भर अपना-अपना गेहूं इकट्ठा करते हैं और शाम ढलते ही गेहूं कल्याण निगम के वारदाना (पैकिटों) में पैक करा दिया जाता है।
केन्द्र प्रभारी विश्वनाथ सिंह से पूछने पर बताया कि उन्हें 10 हजार कुन्टल गेहूं खरीदने का टारगेट दिया गया है। जिसमें अभी तक 496 कुन्तल गेहूं खरीद कर चुके हैं। जब यह पूछा कि अभी तक किस किसान का कितना गेहूं खरीदा है इस बात पर उन्होंने मना कर दिया।
वहीं केन्द्र प्रभारी के पास कुछ जोतवही रवी कुमार दुबे पुत्र सतीशचन्द्र निवासी शेखपुर सात बीघा की जोतवही, रनबीर सिंह पुत्र बद्री सिंह की 30 बीघा की रखी थी। जबकि किसान वहां मौजूद नहीं थे। जोतवही पास रखने के सम्बंध में पूछने पर केन्द्र प्रभारी बोला कि आप सब जानते हैं तो अब क्या बतायें।
केन्द्र पर पूर्ण रूप से आढ़तियों व दलालों का बोलबाला है। बाजार में 11 रुपये 25 पैसे प्रति किलोग्राम की दर से गेहूं खरीदा जा रहा है। जबकि सरकारी खरीद केन्द्र पर 12 रुपये 85 पैसे प्रति किलोग्राम है। आढ़ती और दलाल गांवों में जाकर किसानों से जोतवही ले आते हैं और उनके जरिये सरकारी केन्द्र पर गेहूं तुलवा देते हैं।
किसान जब सीधे गेहूं लेकर इस केन्द्र पर पहुंचता है तो प्रभारी महोदय ने कांटे के पास छटना लगा रखा है। किसानों के लिए तमाम नियम कानून बना दिये जिसके चक्कर में किसान केन्द्र पर सीधे गेहूं नहीं लाता।