फर्रुखाबाद: शहर क्षेत्र की सबसे ज्यादा जागरूक और पॉश कालोनी आवास विकास में बनी पानी की टंकी कई महीनों से गंदा और बदबूदार पानी लोगों के घरों में भेजकर उल्टी दस्त को दावत दे रही है। हालत यह है कि लोग 15 रुपये में किराये पर फिल्टर वाटर खरीद कर पीने को मजबूर हैं। गंदे पानी के एवज में वाटर टैक्स भी चुका रहे हैं।
नगर पालिका की तरफ से आवास विकास के सेक्टर 6ए में लगी पानी की टंकी कई महीनों से लोगों का सिरदर्द व पेटदर्द बनी हुई है। टंकी से निकलने वाले पानी को लोग पीना तो दूर नहाने तक के लिए इस्तेमाल करने में परहेज कर रहे हैं। आवास विकास में ज्यादातर लोग हैन्डपाइपों का पानी इसी बजह से पी रहे हैं कि पूर्व में कई बार वह खुद व उनके बच्चे टंकी का पानी पीकर हजारों रुपये की चपेट में आ चुके हैं। लोगों में नगर पालिका को लेकर इस बात से काफी रोष है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई भी कर्मचारी उनके घरों में पानी चेक करने के नाम पर झकने तक नहीं आता।
आवास विकास कालोनी एलआईजी 1 निवासी ग्रहणी अनीता ने बताया कि टंकी का पानी बहुत ही ज्यादा बदबूदार आ रहा है। जिसको हम लोग मजबूरी में कपड़े से छानकर इस्तेमाल करते हैं। इसके बावजूद भी बच्चों को अक्सर दस्त होने लगते हैं। तीन महीने पहले इसकी शिकायत सम्बंधित जेई नूरमियां से की थी। एक कर्मचारी देख भी गया लेकिन सुधार अभी तक नहीं हुआ।
एलआईजी एक निवासी रेंजर आफीसर के दरोगा रामबीर ने बताया कि कहीं से गंदा पानी टंकी के पाइप में जा रहा है। जिससे यह पानी बदबू मारता है। उन्होंने बताया कि वर्षों से टंकी परिसर में कर्मचारियों ने झाड़ू तक नहीं लगायी। जिससे काफी कूड़ा, कचरा टंकी परिसर में भरा रहता है। कोई भी सम्बंधित कर्मचारी शिकायत करने के बावजूद भी नहीं आया। मजबूरी में दूर से हैन्डपाइप का पानी लाकर इस्तेमाल करते हैं।
वहीं सेक्टर 6ए निवासी सोनू ने बताया कि वह एलएलबी का छात्र है उसके लिए वह रात में कई घंटों तक पढ़ाई करता है। लेकिन पढ़ने के दौरान उसे प्यास लगती थी तो मजबूरी में उसे टंकी से निकला हुआ पानी पीना पड़ता था। जिससे उसके पेट में दर्द शुरू हो गया। इसके बाद वह मजबूरी में फिल्टर वाटर 15 रुपये प्रति दिन के हिसाब से खरीदता है। इसके अलावा वाटर टैक्स के 65 रुपये प्रति माह अलग से चुकाने पड़ते हैं।
कांग्रेस नेता कमलेश चौहान ने बताया कि इस पानी से हम लोग कपड़े ही धोते है। नहाने तक के लिए हमें अन्य जगह से पानी का इस्तेमाल करना पड़ता है। काफी प्रयास के बाद भी सिर्फ कर्मचारी खानापूर्ति करके ही चले जाते हैं और शारीरिक नुकसान हम लोगों को उठाना पड़ता है।
ऐसी ही कई समस्यायें श्रीमती नीलम, राहुल, श्रीमती ऐनीकरन, अध्यापिका सेन्टएन्थॉनी स्कूल ने भी बतायीं। इन लोगों ने भी नगर पालिका द्वारा लगवायी गयी टंकी का पानी इस्तेमाल करने पर उल्टी व दस्त की शिकायत हो जाने की बात बतायी।
नागरिकों ने बताया कि अगर शीघ्र ही पानी को ठीक नहीं किया गया तो वह लोग इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से करेंगे।
जेई नूरमियां ने बताया कि टंकी के पानी में कचड़ा व बदबू आने की जानकारी उसे नहीं है। पिछले कुछ माह पूर्व शिकायत आयी थी तो टूटा हुआ पाइप मैने बदलवा दिया था। अभी फिलहाल मुझे इस सम्बंध में कोई जानकारी नहीं है। जो व्यक्ति शिकायत करेगा उसकी शिकायत पर तुरंत कार्यवाही की जायेगी। लेकिन प्रश्न इस बात का उठता है कि इतनी बड़ी आवास विकास में हो रही इस समस्या की जानकारी अगर जूनियर इंजीनियर को नहीं है तो इसका मतलब आप खुद ही लगा सकते हैं कि जेई साहब नागरिकों की समस्याआंे को लेकर कितने लापरवाह हैं। जिससे नागरिकों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है।