लखनऊ : एनआरएचएम घोटाले में फंसे आईएएस प्रदीप शुक्ला से पूछताछ के बाद सीबीआई अपने सामने आए कुछ तथ्यों की परख के लिए एक बार फिर से निर्माण एजेंसियों द्वारा एनआरएचएम के अंतर्गत कराए गए कामों की जानकारी खंगालने में जुट गई है।
सूत्रों के अनुसार इसमें उन फर्मों के नाम भी शामिल हैं, जिन्हें सीएंडडीएस जैसी संस्था ने आईएएस नवनीत सहगल के इशारे पर नियमों को दरकिनार रखते हुए लाखों-करोड़ों के काम दिए। सूत्र बताते हैं कि इन्हीं में से कुछ फर्मों को पूर्व मंत्री बाबूसिंह कुशवाहा, आईएएस प्रदीप शुक्ला ने भी काम दिलाया था| जबकि ये मानकों को पूरा नहीं करती थी|
आपको बता दें आईएएस शुक्ला से पूछताछ, माया सरकार में मंत्री रहे बाबूसिंह कुशवाहा, पूर्व मंत्री अनंत मिश्र के साथ ही सीएंडडीएस के कुछ अधिकारियों, फर्म मालिकों और कुछ सीएमओ के बयानों पर आधारित थी। सभी से पूछताछ में उंगली आईएएस शुक्ला की ओर उठ रही थी।
सूत्रों के मुताबिक पूर्व मंत्रियों ने खुद को पाक साफ़ साबित करने के लिए अधिकारियों पर ठीकरा फोड़ा था, वहीं जाँच के दायरे में फंसे सीएमओ ने दबाव में काम करने की बात कही थी।
इसके साथ ही सीएंडडीएस अधिकारियों ने भी दबाव में काम किए जाने की बात कही थी। इसी वजह से सीबीआई निर्माण एजेंसियों द्वारा विभिन्न फर्मों को दिए कामों के बारे में साक्ष्य तलाश रही है कि किस मामले में क्या आदेश किए गए| सूत्रों के अनुसार जांच अपने अंतिम दौर में है और अब कबी भी और गिरफ्तारियों को अंजाम दिया जा सकता है ये आज देर रात या फिर एक दो दिन में भी हो सकता है|