एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने के विरोध में सर्राफा कमेटी ने वित्तमंत्री का पुतला फूंका

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फर्रुखाबादः सरकार के आम बजट 2012 में वित्त मंत्री द्वारा सर्राफा व्यवसायियों पर 1 प्रतिशत बहुसूत्रीय केन्द्रीय उत्पादन शुल्क बढ़ाने के विरोध में आज स्थानीय सर्राफा कमेटी ने वित्त मंत्री को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। वहीं ज्ञापन सौंपने के बाद व्यापारियों ने नारेबाजी करते हुए वित्तमंत्री का पुतला फूंक दिया।

सर्राफा कमेटी का कहना है कि केन्द्र सरकार के वित्त मंत्री द्वारा बढ़ाये गये बहुसूत्रीय केन्द्रीय उत्पादन शुल्क (एक्साइज डयूटी) सर्वथा अनुचित एवं अन्याय संगत है। इसके लगने से व्यापारियों की परेशानियां बढ़ेंगीं। सोने के भाव में और अधिक वृद्वि हो जायेगी। यह कर सर्राफा व्यापारियों को बंधन में डाल देगी और यह कानून 1962-63 में लगे गोल्ड कन्ट्रोल के समान ही कष्टों को बढ़ाने वाला काला कानून होगा।

सर्राफा व्यापारियांे का कहना है कि सोने व चांदी की कारीगरी कुटीर उद्योग का रूप है। कुटीर उद्योगों पर इस प्रकार का कराधान न्याय संगत नहीं अपितु घोर अनुचित है। इससे करोड़ों कारीगर बेरोजगारी की स्थिति में आ जायेगा। क्या टाटा एवं रिलायंस समूह जैसे कारपोरेट घरानों को लाभान्वित करने के लिए उन छोटे कारीगरों पर इस प्रकार की एक्साइज डयूटी लगाना उचित है।

व्यापारियों की मांग है कि नॉन ब्राण्डेड ज्वैलरी पर एक्साइज ड्यूटी वापस ली जाये, बुलियन पर बढ़ाया गया कर वापस लिया जाये, 2 लाख तक की नगद जेवर खरीद पर लगाया गया कैश रोटेशन टैक्स वापस लिया जाये।
सर्राफा व्यापारियों ने तीन दिन तक काली पट्टी बांधकर व सर्राफा बाजार बंद कर इस टैक्स का विरोध करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा है कि यदि मांगें नहीं मानी गयीं तो अनिश्चितकालीन बंदी के लिए विवश होंगे।

सर्राफा व्यापारियों ने सिटी मजिस्टेªट को ज्ञापन देने के बाद चौक पर भारत सरकार के वित्त मंत्री का पुतला फूंक दिया। इस दौरान व्यापारियों ने केन्द्र सरकार व वित्तमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

इस दौरान कमेटी के जिलाध्यक्ष अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ, जिला कोषाध्यक्ष दीपक अग्रवाल, जिला महामंत्री गोपाल वर्मा के अलावा कैलाशचन्द्र सर्राफ, राम स्वरूप रामभरोसे सर्राफ, विजय लक्ष्मी, विशाल ज्वैलर्स, शक्ति ज्वलर्स, राजाराम ओमप्रकाश सर्राफ, हरीराम रामऔतार सर्राफ, ला0 गिरजाशंकर कौशल किशोर सर्राफ, स्वर्णकार संघ, निखिल ज्वैलर्स, मनमोहन सर्राफ, श्रीमहालक्ष्मी ज्वैलर्स के मालिक व पृथ्वीनारायण, ठा0 जयवीर सिंह, धु्रव वर्मा, संतोष वर्मा, कालीचरन वर्मा आदि मौजूद रहे।