फर्रुखाबादः रोजगार दफ्तर में जहां युवाओं को खुद को संभालना मुस्किल था वहीं कई महिलायें अपने बच्चों को गोद में लिये खड़ी अपनी बारी का इंतजार करती देखी गयीं। कई महिलाओं के तो भीड़ में भगदड़ के दौरान बच्चे तक गोद से छूट गये।
बेरोजगारी भत्ता पाने की आश में रोजगार दफ्तर के बाहर लम्बी-लम्बी लाइनों में लगीं महिलायें अपने बच्चों को गोद में लेकर अपनी बारी का इंतजार कर रहीं थीं। बार-बार भीड़ का दबाव एक दूसरे पर इतना बढ़ जाता कि सबसे किनारे खड़े लोग बार-बार गिर रहे थे। इसी भगदड़ में पुलिस ने अपनी लाठियां चटका दीं। तो भगदड़ और बढ़ गयी। जहां कई युवतियां जमीन पर गिरीं तो महिलाओं के बच्चे हाथ से छूट गये।
15 मार्च को उत्तर प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश यादव कुर्सी पर बैठने जा रहे हैं। युवा मुख्यमंत्री बनने से पहले ही युवाओं के साथ इस तरह की दुर्व्यवस्था देख कई युवा बगैर फार्म लिये यह कहकर खिसके इससे बढ़िया तो बसपा की सरकार थी कम से कम प्रशासन तो सख्त था। मुलायम की सरकार बनने से पहले ही फार्म तक के लिए मारामारी है भत्ता मिलते-मिलते क्या दशा होगी।