समाज की बुराइयां दूर करने को मतदान एक सशक्त माध्यम : स्वामी शिवपाद

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फर्रुखाबादः मतदाता जागरूकता अभियान के अन्तर्गत आर्ट आफ लिविंग द्वारा भव्य सत्संग का आयोजन किया गया। सत्संग में बैंग्लौर से आये स्वामी शिवपाद जी और नितिन दावर जी ने जनता को स्वयं से समाज को स्वस्थ रखने के तरीके बताये।

उन्होंने कहा कि जैसे स्वयं के लिए ध्यान, सुदर्शन, क्रिया और गान करते हैं उसी तरह समाज की बुराइयों के लिए मतदान एक सशक्त माध्यम है।
स्वामी जी ने बताया कि वोट देने के फायदे तो हैं वल्कि वोट न देने के नुकसान ज्यादा हैं। समाज की इस दुर्दशा के लिए जिम्मेदार और भागीदार वही लोग हैं जो निष्क्रिय हैं। समाज की दुर्दशा के लिए दुर्जनों की दुर्जनता से ज्यादा सज्जनों की निष्क्रियता काम करती है।

उन्होंने कहा कि 45 से 50 प्रतिशत मतदान होता है जिसको 4-5 पार्टी में बांटो तो 10 से 12 प्रतिशत सभी के हिस्से में आता है जो भी पार्टी 15 प्रतिशत वोट ले लेती है वह जीत जाती है। जीतने के बाद उसको इन्हीं 15 प्रतिशत लोगों को खुश करना है और बाकी सब पर राज करना है।
इसकी बजह से अच्छे लोग आगे नहीं आते क्योंकि वोट तो बंटा हुआ है, उनकी जमानत भी जब्त हो जायेगी। पार्टी को भी मजबूरी में उन्हीं को टिकट देना होता है जो इस वोट बैंक पर काबू पा सके। चाहे वह अपराधी प्रवृत्ति का ही हो और इस तरह से गलत लोग विधानसभा पहुंच पार्टी को ही अलग दिशा में ले जाते हैं।

इस सब का समाधान केवल एक ही है कि मतदान की संख्या 70 से 75 प्रतिशत कर दिया जाये तो यह सब अपने आप समाप्त हो जायेगा। 15 प्रतिशत वोट से किसी का भी काम नहीं चलेगा। पार्टियों को अच्छे लोगों को टिकट देना पड़ेगा और अच्छे लोगों के ज्यादा होने से हर पार्टी को अच्छा निर्णय लेना पड़ेगा। अच्छे लोगों को भी प्रोत्साहन मिलेगा कि वह आगे आयेंगे।

मतदान के लिए धर्म, जाति, पांति को छोड़कर केवल अच्छे चरित्र वाले कर्मठ प्रत्याशियों को ही वोट करें। इससे अच्छा काम करने वालों का मनोबल बढ़ेगा और अच्छे लोग आगे आकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी लेंगे
सत्संग के लुभावने भजनों के साथ देशभक्ति के गीतों से सबको रोमांचित किया। स्वयं के मतदान करने और दूसरों को मतदान के लिए प्रेरित करने को कहा। इसी के साथ नारे लगवाये भ्रष्टाचार पर चोट करो-सबसे पहले वोट करो।
इस अवसर पर अनुराग, संयोजक दिलीप कुमार गुप्ता, उमेश, संदीप अग्रवाल, मधु सक्सेना आदि मौजूद रहे।