फर्रुखाबाद: सत्ता और दबंगई का आलम ये है की प्रदेश में कानून व्यवस्था पर हर रोज प्रश्न चिन्ह लगने लगे है| रविवार सुबह 5-6 बजे के बीच एक नीली बत्ती लगी वैगन आर कार ने एक 15 वर्षीय युवती को सड़क पर ठोक दिया| टक्कर इतनी जोरदार थी की कार के अलगे हिस्से के परखच्चे उड़ गए| कार में तीन युवक सवार थे जो कार दूसरी कार संख्या UP76M6259 से फरार हो गए| सम्भावना जताई जा रही है कि कार सवार जिले के पुलिस कप्तान ओपी सागर के बेटे की शादी में शामिल होने आये थे| छतिग्रस्त कार को आनन फानन में पुलिस की क्रेन मंगाकर मौके से हटा दिया गया| घायल युवती को फतेहगढ़ के डॉ दास के नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है जहाँ उसकी हालत गंभीर बनी हुई है|
सुबह 5 बजे के आस पास फतेहगढ़ सिविल लाइन की ओर से एक तेज गति से आ रही नीली बत्ती की प्राइवेट कार ने बसअड्डे के सामने इस दुर्घटना को अंजाम दिया| घायल युवती प्रमिता पुत्री रामचंद्र प्रजापति पलारिया मोहल्ले की रहने वाली है| प्रमिता और उसकी माँ ब्रजरानी ठेकेदार उमर खान के यहाँ खानसामा का काम करती है| दोनों माँ बेटी सुबह शौच के लिए घर से निकली थी|
प्रत्यक्षदर्शियो के मुताबिक कार में सवार तीनो युवक काला कोट पैंट पहना था| कार में बीयर की केन, कोल्ड ड्रिंक और सोडा की बोतले और पांच पांच सौ के नोट भी मिले है| रात में बारात में शराब के सेवन के बाद सम्भवत खुमारी में थे|
खबर लिखे जाने तक पुलिस वाले कार को हटा चुके थे मगर उनका बयान था की वे कुछ भी नहीं जानते| घायल हुई गरीब युवती एक बसपा नेता के घर की नौकरानी है| उमर खान बसपा की टिकेट पर चुनाव लड़ रहे है| उन्हें चुनाव में प्रशासन की मदद चाहिए जाहिर है वे गरीब को न्याय दिलाने के लिए इलाज के सिवा कुछ नहीं करेंगे| और रही बात प्रशासन की तो जाहिर जब मामला बड़े अधिकारिओ का हो तो कौन बोलेगा| सवाल ये है की आम जनता को कानून का पालन करने की घुट्टी पिलाने वाले अधिकारी व् उनके परिवार के लोग खुद कानून की धज्जियाँ उड़ाते है| जिनके हाथ में पतवार सौपी नाव चलाने को, वही नाव डुबा रहे हैं| नियमानुसार किसी भी प्राइवेट वहां पर नीली बत्ती नहीं लग सकती और अगर वो वाहन सरकार के यहाँ किराये पर चल रहा हो तो भी गैर सरकारी कामो के दौरान नीली बत्ती क्यूँ लगी थी या खुली थी| सवाल तो बहुत है मगर जबाब देने के नाम पर नाविक का आत्मबल दम तोड़ता दिखा रहा है|