फर्रुखाबादः धार्मिक स्थानों पर भी रिश्वतखोरी और गुन्डई दिखाकर खाकी को बदनाम करने वालों की चर्चा इस समय आम है। शनिवार को मेला रामनगरिया में एक होटल के बाहर ग्राहकों से कथित रूप से अवैध वसूली कर रहे दो सिपाहियों को शनिवार को स्थानीय दुकानदारों ने पीट दिया। बाद में कोतवाली में दोनों पक्षों में समझौते के बाद मामला रफा दफा भले ही हो गया हो परंतु इससे खाकी की जो दुर्गति आम जनता के सामने हुई वह काफी शर्मनाक थी।
महज एक महीने पूर्व ही सैकड़ों नये बर्दीधारी नये सिपाहियों ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने पद, गोपनीयता व ईमानदारी की कसम खाकर भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता की रक्षा करने का बीड़ा उठाया था।
मेला रामनगरिया में दूर दूर से सधुसंत समाज की गंदगी से बचने के लिए एक महीने का कल्पवास करने आते हैं। उन्हें पूरा भरोसा होता है कि यहां आदमी मोह माया त्यागकर ईश्वर की वंदना एक महीने तक करेगा। लेकिन साधु संत तो अपनी आराधना में लगे ही रहते हैं वहीं दूसरी तरफ इनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस के जवान अवैध वसूली से लोगों व दुकानदारों को परेशान करते है।
इसी के चलते आज दो पुलिसकर्मी घटियाघाट मेले में स्थित कल्लू होटल पर बैठे खाना खा रहे कुछ ग्राहकों से बर्दी का रौब दिखाते हुए वसूली करने लगे। जिसका विरोध होटल मालिक कल्लू ने किया तो यह दोनो खाकी बर्दीधारी कल्लू को धमकाते हुए मारने लगे। जिस पर दुकान पर बैठे ग्राहकों ने दोनो पुलिस वालों की जमकर लात घूसों से धुनाई कर दी। इस दौरान दोनो की बर्दी भी फट गयी।
सूचना पर पहुंचे घटियाघाट चौकी के त्रिभुवन सिंह दोनों सिपाहियों च होटल मालिक को कोतवाली ले आये। मीडिया से बचाने को आरोपी पुलिस कर्मियों को कोतवाली के अंदरूनी भाग में छिपा दिया गया। कोतवाली के ही कुछ अधिकारी मामले को रफादफा करने में लग गये।
पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर विनोद कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच समझौते के कारण कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। फर्रुखाबाद कोतवाली प्रभारी कालूराम दोहरे ने बड़े बताया कि उन्हें मामले की कोई जानकारी नहीं है।