लखनऊ। एनआरएचएम घोटाले में फंसे बाबू सिंह कुशवाहा को लेकर बीजेपी के भीतर मचा घमासान शांत होता नहीं नजर आ रहा है। अब यूपी में पार्टी कर्ताधर्ता उमा भारती ने नाराजगी जाहिर कर दी है। माना जा रहा है कि 9 जनवरी के बाद वो चुनाव प्रचार भी नहीं करेंगी। ये भी कहा जा रहा है कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगीं।
इस बीच सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि गडकरी ने उमा भारती से बात की है। ऐसा माना जा रहा है कि उमा भारती कुछ देर में प्रेस रिलीज जारी कर सकती हैं। वहीं बीजेपी की सांसद मेनका गांधी ने कुशवाहा को पार्टी में शामिल किए जाने को गलत बताया है। मेनका ने कहा कि दूसरी पार्टियों के निकाले गए नेताओं को लेना बीजेपी को शोभा नहीं देता। मालूम हो कि बीजेपी उत्तर प्रदेश के कई नेता इस फैसले पर पहले ही नाराजगी जता चुके हैं। लेकिन बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि है कि कुशवाहा चुनाव में मायावती के खिलाफ व्हिसल ब्लोअर का काम करेंगे।
जानकारों की मानें तो उमा की नाराजगी के पीछे वजह केवल कुशवाहा का पार्टी में आना ही नहीं है बल्कि राज्य में शुरू से ही वो पार्टी के रवैये से क्षुब्ध रही हैं। पार्टी उन्हें यूपी में बड़े चेहरे के तौर पर लेकर आई थी। बीजेपी की मंशा थी कि पिछड़ों और हिंदुत्व वोट को उमा पार्टी में लेकर आएंगी लेकिन राज्य में बीजेपी कार्यकर्ताओं से उमा की दूरी अभी भी बरकरार है।
उमा भारती को पार्टी ने पहले कभी गोरखपुर, कभी झांसी के बबीना तो कभी जौनपुर से चुनाव लड़वाने की बात की थी लेकिन हाल ये है कि पार्टी अभी तक उनका टिकट भी फाइनल नहीं कर पाई है। खबर है कि आज शाम चार बजे नितिन गडकरी के आवास पर बीजेपी की अहम बैठक होने जा रही है। हालांकि अरुण जेटली और नितिन गडकरी उमा भारती से बात कर चुके हैं।