इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा में जिन अभ्यर्थियों को सुबह और शाम की परीक्षा के लिए अलग-अलग मंडलों में केंद्र मिल गए हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यह व्यवस्था की है कि ऐसे अभ्यर्थी टीईटी की वेबसाइट से डाउनलोड किए हुए दोनों प्रवेश पत्रों की एक-एक प्रति के साथ जिस मंडल में परीक्षा देना चाहते हैं वहां के संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में इस आशय का प्रार्थना पत्र जमा कर दें। दोनों प्रवेश पत्रों की छाया प्रति पर अपनी फोटो चिपकाकर किसी राजपत्रित अधिकारी से सत्यापित जरूर करा लें। माध्यमिक शिक्षा परिषद के निदेशक संजय मोहन ने बताया कि ऐसे सभी अभ्यर्थियों को परीक्षा देने का मौका मिलेगा, जिनके सेंटर किसी कारण से बदल गए हैं। निदेशक ने सभी परीक्षा केंद्रों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त पेपर रखने का निर्देश दिया है।
जिन अभ्यर्थियों को रजिस्टर्ड डाक से प्रवेश पत्र मिले हैं, उन्हें फोटो नहीं प्रमाणित करानी है। यह व्यवस्था केवल नेट से डाउनलोड किए गए अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्रों के साथ ही लागू है। रजिस्टर्ड डाक से मिले प्रवेश पत्रों में भी यदि सुबह और शाम की परीक्षा का सेंटर अलग-अलग मंडलों में है तो वे भी दोनों प्रवेश पत्रों की छाया प्रति के साथ संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में प्रार्थना पत्र दे सकते हैं। इस संबंध में सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों को यह निर्देश दिए गए हैं कि परीक्षार्थी जिस सेंटर पर सुबह की पाली की परीक्षा देना चाहता है उसे शाम की पाली की परीक्षा भी उसी केंद्र पर देने की व्यवस्था की जाए।
सूत्रों के मुताबिक प्रवेश पत्र में गड़बड़ी के बड़े मामले प्रकाश में आए हैं। नाम, वर्ग, परीक्षा केंद्र की गड़बड़ी तो आम है। हजारों की संख्या में अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिन्हें एक ही परीक्षा का प्रवेश पत्र मिला है, जबकि उन्होंने आवेदन पत्र दोनों स्तरों के लिए किया है। बोर्ड की किरकिरी न हो इसके लिए हर सेंटर पर अतिरिक्त पेपर की व्यवस्था किए जाने का फैसला किया गया है।