पूर्व का महान पर्व छठ आज सुबह सूरज को अर्ध्य देने के बाद संपन्न हो गयी। आस्था और विश्वास का यह पर्व बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, दिल्ली समेत मुंबई में भी बड़े धूम-धाम से मनाया गया। तीन दिन तक चलने वाले इस कठिन व्रत का समापन बहुत ही भरोसे और उम्मीद के साथ हुआ। लोगों ने अपनों के लिए छठ माता और सूरज देवता से प्रार्थना की।
क्या आम क्या खास सभी में इस व्रत को लेकर काफी उल्लास देखा गया। चाहे वो नेता हो या अभिनेता, राजा हो या रंक, छठ मैया के आंगन में सभी एक जैसे नजर आये। इस मौके पर नदियों और तालाबों के तटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। भजनों और गीत-संगीत से पूरा वातावरण गुंजायमान रहा।
छठ पर्व की शुरुआत ‘नहाय खाय’ से रविवार को हुई और सोमवार को धार्मिक अनुष्ठान ‘खरना’ किया गया जिसके तहत पकवान बनाए गए। मंगलवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया गया और बुधवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही यह पर्व समाप्त हुआ। इस दौरान विवाहित महिलाएं 36 घंटे का नीरजला उपवास रखती हैं। अर्घ्य के दौरान डूबते और उगते सूर्य को आटे से बने पकवान, दूध, गन्ना, केला और नारियल का भोग लगाते हैं। जो भी इस बार का पर्व लोगो को काफी सूकून देकर गया।