फर्रुखाबाद: तीन महीने पहले चर्चे का विषय रही माधुरी जिसको मारकर रेलवे ट्रेक पर डाल दिया गया था| जिससे उसके शरीर के पांच टुकड़े हो गए थे| लेकिन जब पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो उसमे एक गोली मिली| जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने तीन महीने पश्चात माधुरी के पिता थाना बेबर के तिलियानी निवासी बाबूराम, युवती के मामा रामभजन व उसके एक अन्य सहयोगी राधेश्याम को दोषी पाया|
बाबूराम के अनुसार मेरी पुत्री बदचलन थी व कई बार भागने का प्रयास भी कर चुकी थी| जिससे परेशान होकर मैंने उसकी शादी उत्मान नगर थाना कम्पिल निवासी दशरथ से कर दी थी| लेकिन वहां से भी माधुरी खुद तो भागी ही साथ में अपनी जेठानी की लड़की को भी लेकर भागी| तत्पश्चात बाबूराम दिल्ली से तलाश कर युवती को ले तो आये| लेकिन ससुरालीजनों ने अपनाने से साफ़ मना कर दिया| समाज के तानों से बचने के लिए बाबूराम अपने भाई हेतराम की ससुराल रामभजन के यहाँ नवाबगंज के वेग में छोड़ आये| यहाँ भी युवती माधुरी ने किसी युवक के साथ मुंह काला किया| जिससे उसके मामा की काफी बदनामी हुयी|
इस पर उन्होंने बाबूराम को बुलाकर सारी बात बतायी| तो बाबूराम, रामभजन व एक अन्य मित्र हईपुर नवाबगंज निवासी राधेश्याम के साथ मिलकर युवती माधुरी को अपनी लायेसेंसी बन्दूक से गोली मार दी व सबूत मिटाने के चक्कर में शव को रात में ही रेलवे ट्रेक पर डाल दिया| जिसपर लोगों को सिर्फ यह एक दुर्घटना लगे|
मालूम हो कि करीब २५ वर्षीय युवती का शव आज सुबह ५:३० बजे थाना नवाबगंज क्षेत्र रेलवे स्टेशन शुक्रुल्लाह्पुर के बीच ग्राम गुसरापुर के निकट रेलवे लाइन पर पड़ा देखा गया था| गाँव वाले सुबह शौंच करने गए थे| युवती का शरीर कमर से ऊपर कट गया था| वह काले रंग का सलवार सूट व दुपट्टा डाले थी|
फिलहाल पुलिस ने राधेश्याम के घर से बाबूराम को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन उसका साला अभी भी फरार है|