फर्रुखाबाद: जिला कारागार में बंद मिथुन तिवारी पुत्र रमेश तिवारी निवासी हथियापुर जोकि ढाई वर्ष से जेल में सजा काट रहा है| मिथुन को बीते दिनों नशीला पदार्थ खा लेने के कारण लोहिया में भर्ती कराया गया था| जहां मिथुन को एक गिलास पानी तक नसीव नहीं हुआ|
मिथुन ने बताया कि वह पूरी तरह स्वस्थ है व भूंख की बजह से चक्कर आ रहे हैं| बताते चले कि लोहिया में तो इमरजेंसी वार्ड में शायद ही भोजन मिलता है व जेल प्रशासन खाने के मामले में जिम्मेदारी अपने सर नहीं लेना चाहता| जिसके चलते व जेल विभाग अपनी-अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ रहे हैं| जिसका खामियाजा कैदी मिथुन को भुगतना पड़ रहा है|
आज जेल प्रशासन को लोहिया में भर्ती भूंखे व प्यासे बंदी मिथुन की फ़िक्र हुयी तो जेल प्रशासन के आला अधिकारी मिथुन को देखने के लिए लोहिया अस्पताल पहुंचे तो मिथुन ने अपनी व्यथा अधिकारियों से कही| लेकिन अधिकारी ने पास खड़े एक सिपाही से कहा इसे कुछ खिला देना पैसे मै बाद में दे दूंगा| आस-पास भर्ती अन्य मरीजों के तीमारदारों के अनुसार बंदी रक्षक मिथुन को कुछ खाने भी नहीं देते| बंदी रक्षकों के अनुसार बगैर आला अधिकारियों की मर्जी के हम अपनी तरफ से बंदियों को कुछ नहीं खिला सकते|
बजह चाहे जो भी हो लेकिन मिथुन तिवारी के पेट में तीन दिन से अन्न का एक दाना भी नहीं गया| भर्ती मरीजों के तीमारदारों का कहना है कि अगर कैदी को सरकारी खाना नहीं मिलता है तो हम लोग अपने पास से ही खाना खिलाते हैं| इस बात पर बंदी रक्षक तैयार नहीं|