फर्रुखाबाद: जिला कारागार फतेहगढ़ में जेल के अन्दर बंद कैदियों पर जेल अधिकारीयों का नियंत्रण समाप्त हो गया है | दबंग कैदी अपनी मनमानी पर उतारू है जिसके चलते कभी कोई कैदी पेड़ पर चढ़ कर आत्महत्या की चेतावनी देता है व वंही दूसरी तरफ दबंग कैदी जिसे चाहे उसे अपना एक छत्र राज्य बनाने के चक्कर में आये दिन अन्य बंदियों के साथ मारपीट की घटनाएं करते रहते है| इसी तरह की घटना 22 अक्तूबर के दिन जेल में बंद राईटर नीरज राजपूत के साथ घटी जिसको जेल में बंद दबंग कैदी विकास दुबे ने अपनी मुलाकात पर्ची ख़ारिज कर देने के चक्कर में अपने ही शागिर्द धर्मेन्द्र के हाथों जमकर पिटवा दिया|
जेल का गेट इतना मजबूत है कि उसके अन्दर हो रहे अत्याचार कि आवाज गेट के बाहर तक नहीं आ पाती है| कुछ लोग ही हिम्मत करके अपनी कहानी बाहर तक पहुंचा पाते है| ऐसा ही कुछ माजरा नीरज राजपूत पुत्र गिरजा शंकर निवासी श्याम नगर के साथ घटित हो गया|
नीरज ने बताया कि जेल के अन्दर वह राईटर का काम करता है जिस कारण विकास दुबे नाम के बंदी की मुलाकात पर्ची मैनुअल के हिसाब से ठीक न होने के कारन ख़ारिज कर दी गयी थी| इस बात को लेकर विकास दुबे दबंगई पर उतारू हो गया व अपने सहयोगी धर्मेन्द्र पुत्र शिवराम के हाथों मेरे साथ जेल के अनादर मारपीट करवा दी| जिससे नीरज बुरी तरह से घायल हो गया|
जेल अधीक्षक कैलाश चन्द्र ने बताया कि वह अभी जनपद से बाहर है और उन्हें घटना की कोई जानकारी नहीं है| वापिस आने के बाद ही कुछ बता पायेंगे| जेलर एस. ऍन द्विवेदी ने बताया कि मारपीट कि बात सामने आने पर बंदियों की बैरिकों को बदल दिया गया है| यदि अगर कोई घटना आगे होती है तो आरौपी बंदियों के विरुद्ध जेल प्रशासन की तरफ से मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा|