पुलिस की कहानी, आरोपी की दाहिनी जेब से माल बरामद

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फर्रुखाबाद: बीते 18 सितम्बर 2011 को हुयी कमालगंज क्षेत्र में सर्राफ लूटकांड कांड के खुलासे के अवसर पर एक पहले से लिखी हुई हुई कहानी भी मीडिया को उपलब्ध करायी। कहानी के छेदों के बारे में पुलिस अधिकारियों को भी पूरी जानकारी थी सो वह हर सवाल के जवाब में केवल लिखित प्रेस नोट को ही अंतिम मानने की दलील देते नजर आये। एसपी ओपी सागर ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता का आयोजन कर एसओजी टीम को इस खुलासे के लिए 5 हजार रुपये का ईनाम देने की भी घोषणा की|

शनिवार दोपहर बाद प्रेस वार्ता के दौरान एसपी ओपी सागर ने एसओजी प्रभारी डीके सिसोदिया के कुशल निर्देशन में 18 सितम्बर 2011 को हुयी कमालगंज थाना क्षेत्र के सर्राफा व्यवसायी मानसिंह व उनके पुत्र दीपक वर्मा से हुयी लूट का सफल अनावरण करते हुए लूट की घटना में सम्मलित आरोपी थाना मऊदरवाजा के मोहल्ला 3/27 रकाबगंज निवासी पन्नालाल की पुत्र विकास अग्रवाल, फतेहगढ़ के मोहल्ला पुल मंडी निवासी लालाराम पुत्र राजेन्द्र कुमार गौतम, फतेहगढ़ सिविल लाइन बरगदिया घाट निवासी शरद यादव पुत्र बच्चू सिंह को गिरफ्तार किये जाने और अभियुक्तों के कब्जे से करीब 500 ग्राम सोना, चांदी के जेवरात, 90 हजार रुपये की नगदी, लाल रंग की पल्सर बाईक नंबर यूपी 76 एल / 5041 व बिना नंबर की काले रंग की पल्सर व 315 बोर का तमंचा बरामद होने का खुलासा किया|

पुलिस की ओर जारी कहानी के अनुसार एसओजी प्रभारी डीके सिसोदिया को उनके मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि राजेन्द्र गौतम पुत्र लालाराम अपने हिस्से के लूटे हुए मॉल को बेंचने के लिए बिधूना के किसी सुनार को बुलाया है| जिसकी खरीद फरोख्त करीब एक घंटे बाद सेन्ट्रल जेल चौराहे पर होगी| इस सूचना पर एसओजी प्रभारी फतेहगढ़ कोतवाली के इंस्पेक्टर कमरुल हसन, थानाध्यक्ष कमालगंज सुनील तिवारी जो कि मुकद्दमे के वादी दीपक वर्मा के साथ शहर में ही मौजूद थे को साथ लेकर मय फ़ोर्स के साथ बुलाया और अपने अपने वाहनों को छिपाकर अलग-अलग स्थानों पर अपने आपको छिपाते हुए अभियुक्तों की तलाश में लग गए|

थोड़ी देर बाद ही एक व्यक्ति लाल रंग की पल्सर बाइक से आया जिसे पीड़ित दीपक वर्मा ने पहचानते हुए लूट की बारदात में शामिल बताया| तभी मोहम्दाबाद की तरफ से आयी जीप से एक व्यक्ति उतरा और बाइक सवार युवक के पास गया| पल्सर बैअक सवाय राजेन्द्र उस युवक के साथ पैदल ही मोहम्दाबाद की तरफ चल दिया| थोड़ा आगे चलने के पश्चात सुनसान जगह पर राजेन्द्र ने अपनी कमर से एक पोटली निकाल कर जेवरात अन्य व्यक्ति को दिखाए| उसमे से कुछ जेवरात उस व्यक्ति ने लेकर कुछ रुपये राजेन्द्र को दिए| आनन्- फानन में एसओजी टीम ने तुरंत ही उक्त दोनों युवकों को पकड़ लिया तलाशी लिए जाने पर राजेंदर की दाहिनी जेब से 50 हजार रुपये नगद व 100 ग्राम सोने के जेवरात व एक बाइक बरामद हुयी|

खरीदने वाले दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम विकास वर्मा पुत्र रामगोबिंद वर्मा निवासी बिधूना बताया| जिसकी तलाशी लिए जाने पर पैंट की दाहिनी जेब से 50 ग्राम सोने के जेवरात बरामद हुए|