बंदी रक्षको ने दलित महिला के बलात्कार की ब्लू-फिल्म भी बनाई

Uncategorized

जेल में बंद पति को मारने की धमकी दी

फर्रुखाबाद:  केंद्रीय करागार में बंद सजायाफ्ता दलित कैदी की पत्नी को उसके पति की तवियत खराब होने की झूठी सूचना देकर मिलाई के बहाने से जन्माष्टमी के दिन बुलाया गया। जेल परिसर में ही खंडहर पड़े आवासों में महिला को चाय में नशीला पदार्थ देकर  उसके साथ बंदी रक्षकों ने न केवल सामूहिक बलात्कार किया, उसकी ब्लू फिल्म भी तैयार कर ली। होश आने पर महिला को ब्लू फिल्म दिखायी गयी  और उसे मुंह खोलने पर न केवल बदनाम कर देने वरन उसके जेल में बंद पति की हत्या कर देने का भी भय दिखाया गया। यह खुलासा बंदी राजवीर कठेरिया की ओर से दिये गये प्रार्थना पत्र से हो गया है। वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय करागार द्वारा पुलिस को भेजे गये इस प्रार्थनापत्र पर सीओ सिटी ने जांच शुरू कर दी है।

जनपद औरैय्या निवासी राजवीर कठेरिया की ओर से दिये गये प्रार्थना पत्र के अनुसार विगत 19 अगस्त को जन्माष्टमी के दिन केंद्रीय करागार के बंदीरक्षक अजय ने फोन कर मेरी पत्नी को मेरी तबियत खराब होने की झूठी सूचना देकर मिलाई कराने के बहाने से जेल पर बुलाया। छोटी बच्ची को साथ लेकर यहां पहुंचते पहुंचते शाम हो जाने के कारण मेरी पत्नी की मिलाई न हो सकी तभी अजय ने उसको बताय कि उसीने फोन किया था। अजय मेरी पत्नी सुधा को मिलाई के लिये अपने साथ जेल परिसर में ही बने पुराने आवासों की तरफ ले गया। यहां पर उसे चाय में कोई नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर दिया। उसके बाद यहां पर उसके साथ कृष्णमुरारी, मुशर्रफ व वीकेश ठाकुर के साथ मिलकर उसके साथ बलात्कार किया। इस दौरान मेरी मासूम बच्ची बाहर परिसर अंधेरे में अकेले रोती बिलखती रही। इन बंदी रक्षकों ने बलात्कार की पूरी ब्लू फिल्म भी अपने मोबाइल से बनाई। बाद में होश आने पर मेरी पत्नी सुधा को इन बंदीरक्षकों ने यह ब्लू फिल्म दिखाकर मुंह बंद रखने की चेतावनी दी व अन्यथा की स्थिति में मेरी पत्नी को उसके पति की जेल में ही हत्या कर देने की भी धमकी देकर चुप करा दिया गया।दूसरे दिन सुधा ने अपनी मां के पहचान पत्र से नाम बदल कर मुझ से जेल में मुलाकात कर पूरी दास्तां बतायीं।