दलित महिला से बलात्कार में सेन्ट्रल जेल के डिप्टी जेलर भी फंसे

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फर्रुखाबाद: केद्रीय कारागार फतेहगढ़ में बंद अपने पति से मिलाई को आई एक दलित महिला से जेल के बंदी रक्षको द्वारा बंधक बनाकर बलात्कार किये जाने के मामले में शुक्रवार को सेन्ट्रल जेल के डिप्टी जेलर भी फंसते नजर आ रहे हैं|

मालूम हो कि केंद्रीय करागार फतेहगढ़ में औरेया निवासी राजवीर कठेरिया पुत्र सुलखान सिंह आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। विगत 22 अगस्त को जन्माष्टमी के अवसर पर राजवीर की पत्नी सुधा कठेरिया अपने पति से मिलाई क्रने के लिये फतेहगढ़ सेंट्रल जेल आयी थी। मिलाई के लिये देर हो जाने के कारण उसे जल्द मुलाकात का लालच देकर कुछ बंदी रक्षकों ने उसे परिसर में ही बने एक आवास में बैठा दिया। उसे बंधक बनाकर उसके साथ बलात्कार किया|

आज सुबह पीड़ित महिला सुधा कठेरिया अपने परिजनों के साथ मुलाक़ात करने के लिए आई| उसने जे ऍन आई को बताया कि जन्माष्ठमी की रात करीब ९:३० बजे बंदी रक्षक बहला फुसलाकर सेन्ट्रल जेल में बने क्षतिग्रस्त बन्दी रक्षकों के आवास पर ले गए|

पीडिता ने बताया कि बंदी रक्षकों ने जानकारी दी कि तुम्हारा पति तुमसे मिलने के लिए यहीं आयेगा| काफी देर इन्तजार करने के बाद जब पति राजवीर नहीं आया तो मैंने जाने के लिए कहा इस पर बंदी रक्षक भड़क गए| जिसमे एक बंदी रक्षक ने मेरे साथ दुष्कर्म किया और बांकी लोग खड़े तमाशा देख रहे थे| जेल अधीक्षक के कार्यालय से महज १५० मीटर की दूरी पर बने खंडहर हैं जहां उक्त बंदी रक्षकों ने मेरे साथ बलात्कार किया| उन लोगों के साथ जेल के कुछ वरिष्ठ अधिकारी भी थे जिन्हें वह ठीक से पहचान न सकी|

वरिष्ठ जेल अधीक्षक यादवेन्द्र शुक्ला ने बताया कि पीडिता के बयान ले लिए गए हैं जेल अधीक्षक ने इस घटना की जानकारी लिखित में जिलाधिकारी रिग्जियान सेम्फेल, एसपी ओपी सागर को दी| इसके अलावा एएसपी बीके मिश्रा को फोन पर जानकारी देने के बाद एएसपी ने सेन्ट्रल जेल चौकी इंचार्ज को महिला की डाक्टरी कराये जाने के आदेश दिए| चौकी इंचार्ज संतोष भारद्वाज ने पीडिता सुधा को महिला थाने भेज दिया|

वरिष्ठ अधीक्षक यादवेंद्र शुक्ला ने बताया कि महिला ने अपने बयान में दो डिप्टी जेलरों के भी घटना में सम्मिलित होने की बात कही है। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया घटना संदिग्ध प्रतीत होती हैं। परंतु फिर भी चांज के बाद जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी। फिलहाल मामला जांच के लिये पुलिस अधीक्षक को संदर्भित कर दिया गया है।

वरिष्ठ अधीक्षक यादवेंद्र शुक्ला ने बताया कि लिखित रूप से तो डिप्टी जेलर का नाम नहीं लिया गया है। परंतु बयानों में महिला ने एक लंबे व दूसरे गंजे से, दो डिप्टी जेलरों की ओर इशारा किया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट जेल महानिरीक्षक को भेज दी है। उच्चस्तरीय जांच की संभावना है।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रकरण के पीछे बंदी रक्षकों के दो गुटों के बीच की आपसी रंजिश भी है।