फर्रुखाबाद: शहर की सबसे पाश आवास विकास कालोनी में विगत 12 अगस्त को विधवा शिखा गंगवार के घर में दिनदहाड़े डकैती व हत्या की नियत से घुसे नामजद अभियुक्त आज तक ने केवल फरार हैं, परिजनों के माध्यम से विधवा को डराने का भी प्रयास जारी है। मजे की बात है कि कोतवाली के एक सजातीय मुशी पर भी विधवा पर समझौते का दबाव डाले जाने का आरोप लग रहे हैं।
विदित है कि 12 अगस्त दिन शुक्रवार अपराह्न लगभग तीन बजे आवास विकास कालोनी के सेक्टर नंबर पांच में मकान नंबर 5/205 में विधवा शिखा गंगावार रहती हैं। शिखा के पति अवनीत राजकीय इंटर कालेज में कार्यरत थे। दो वर्ष पूर्व उनका देहांत हो चुका है। शुक्रवार को अपराह्न लगभग तीन बजे घर पर शिखा व विजय के अतिरिक्त एक रिश्तेदार भी बैठे हुए थे। उसी समय विजय की नजर एक व्यक्ति पर पड़ी जो जो घुटनों के बल पीछे के कमरे की ओर जा रहा था। विजय ने युवक को पीछे से जाकर पकड़ लिया। आस पास के लोग भी आ गये। विजय व शिखा पकड़े गये युवक को लेकर कोतवाली पहुंचे। यहां पर युवक ने पुलिस के सामने अपने दो अन्य साथियों के नाम का खुलासा करते हुए यह भी बताया कि उसको आवास विकास के ही इंद्रजीत कटियार उर्फ तोता ने इस काम के लिये सुपारी दी थी। उसने बताया कि पहले डरा घमका कर रुपया व जेवर निकलवाना था, व बाद में उसकी हत्या करनी थी। पकड़े गये युवक की निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथियों व कथित रूप से सुपारी देने वाले के घरों पर छापे मारे थे। शिखा कटियार की ओर से दी गयी तहरीर पर पुलिस ने दीपक सक्सेना,इंद्रजीत कटियार उर्फ तोता, घोलू पुत्र सुनील कटियार व झरकट खटिक के विरुद्ध धारा 385, 504, 506, 452 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया था।
घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस उस एक मुल्जिम को, जिसको स्वयं पीड़ितों ने ही पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया था, उसके अतिरिक्त शेष तीन में से एक को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उल्टे पीड़ित परिवार का कहना है कि कोतवाली का ही एक सजातीय मुंशी यह कहकर समझौते के लिये डरा रहा है। आरोपी भी परिजनों के माध्यम से विधवा व उसके भांजे को डराने का प्रयास कर रहे है।