आरपी कालेज के छात्रों ने की सेंटर बदलवाने की मांग

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फर्रुखाबाद: आरपी डिग्री कालेज में प्रबंधतंत्र द्वारा बीएड छात्रों से अवैध वसूली किये जाने के आरोपों की जांच कर रहे उपजिलाधिकारी सीपी उपध्याय से गुरुवार को छत्रों ने भेंट कर बयान दर्ज कराये। बयानों में छात्रों ने वसूली के अतिरिक्त परीक्षा केंद्र बदलवाने की भी मांग की।

विदित है कि विगत 29 जुलाई को अवैध वसूली का विरोध कर रहे छात्रों ने कालेज में हंगामा व तोड़फोड़ करने के बाद मुख्य कानपुर मार्ग को घंटों के लिये जाम कर दिया था। जिलाधिकारी रिग्जिन सैम्फेल ने प्रकरण की जांच डिप्टी कलेक्टर सीपी उपाध्याय को सौंपी थी। श्री उपाध्याय ने निष्पक्ष जांच के लिये दोनों पक्षों को सुनवाई के लिये नोटिस दिये थे। विगत दो अगस्त को कालेज प्रबंधक के पति अश्वनी कुमार ने कलक्ट्रेट पहुंच कर कुछ अभिलेख प्रस्तुत करते हुए  चार अगस्त तक की मोहलत यह कहते हुए मांगी थी कि कालेज बंद होने के कारण वह पूर्ण अभिलेख उपलब्ध कराने में अस्मर्थ हैं। गुरुवार को कालेज के लगभग आधा सैकड़ा छात्रों ने कलक्ट्रेट पहुंच कर अपने बयान दर्ज कराये।

बयान दर्ज कराने आये छात्र राजीव, प्रशांत, जितेंद्र, पवित्र राठौर, नीतू, दीक्षा, निधि, प्रियंका, फरहत जहां आदि ने जांच कर रहे मजिस्ट्रेट सीपी उपाध्याय के सामने स्पष्ट रूप से अवैध वसूली किये जाने की बात स्वीकार की। छात्रों ने प्रबंध तंत्र पर अविश्वास प्रकट करते हुए कहा कि परीक्षा किसी अन्य विद्यालय में करायी जाये, जिससे उनके साथ कोई पक्षपात न हो सके। छात्रों ने कहा कि परीक्षा सितंबर मं कराई जाये व उनकी उपस्थिति पूरी विश्वविद्यालय को भेजी जाये। छात्रों ने शंका व्यक्त की कि अवैध वसूली के विरुद्ध आंदोलन की अगुवाई कर रहे छात्रों की उपस्थिति कालेज कम कर के प्रदर्शित कर सकता है। कुछ छात्रों ने आरोप लगाये कि जो छात्र परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं उनको अवैध वसूली न देने के कारण अंकपत्र नहीं दिये जा रहे हैं।

कालेज प्रबंधक के पति अश्वनी कुमार ने बताया कि वह आज कानपुर में हैं। जो अभिलेख जांच मजिस्ट्रेट द्वारा मांगे गये थे, वह उनको भिजवा दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि यदि छात्र परीक्षा केंद्र किसी और जगह चाहते हैं तो इसमें उनको कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कुछ छात्रों को कुछ बाहरी लोगों ने भड़का दिया है। कालेज प्रबंधतंत्र छात्रों के साथ है। उन्होंने कहा कि वह तोड़फोड़ करने वाले छात्रों को भली भांति पहचानते हैं परंतु फिर भी उन्होंने किसी छात्र का नाम नहीं लिया व अज्ञात में ही रिपोर्ट दर्ज कराई।

जांच मजिस्ट्रेट सीपी उपाध्याय ने बताया कि दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिये गये हैं। दो-तीन दिन में वह अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप देंगे।