146 शिकायती पत्रों में से मात्र 8 का ही निस्तारण,फर्रुखाबाद: तहसील दिवस जैसे महत्वपूर्ण व महत्वाकांक्षी आयोजन की प्रासंगिकता प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मात्र शासनादेश के लकीर पीटने के रवैये के कारण समाप्त हो रही है। शासन की ओर से इस आयोजन में सभी जिला व तहसील स्तरीय अधिकारियों को एकत्र करने के पीछे मंशा आम गरीब आदमी, जो रोज रोज मुख्यालय पहुंचने की क्षमता नहीं रखता है, की शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण करना था। परंतु यदि इन शिकायतों को संबंधित विभागों को ही संदर्भित किया जाना था तो इन अधिकारियों को कार्यालय के महत्वपूर्ण कार्य छोड़कर तहसील मुख्यालय पर बुलाये जाने का औचित्य ही क्या है। आज जनपद की तीनों तहसीलों पर कुल प्राप्त 146 शिकायती पत्रों में से मात्र 8 का ही निस्तारण हो सका, जो कि 10 प्रतिशत से भी कम है। मजे की बात है कि अमृतपुर तहसील दिवस के दौरान पुलिस अधीक्षक ओपी सागर ने भी कहा कि अगर लोगों का विश्वास जीतना है तो उनके प्रार्थना पत्रों का निस्तारण समय से करें|
तहसील | प्राप्त शिकायती पत्र | निस्तारित |
अमृतपुर | 47 | 2 |
कायमगंज | 78 | 4 |
सदर | 21 | 2 |
विदित है कि तहसील दिवस में भाग लेने के लिये अधिकारी हजारों रुपये का ईंधन फूंक कर जाते हैं। उनके साथ एक न एक मुंह लगा और कार्यालय का सबसे कर्मठ कर्मचारी भी उनकी सहायता के लिये जाता है। सरकारी कार्यालयों में आम आदमी का कितना काम होता है, सब जानते हैं, परंतु फिर भी जब अधिकारी होते नहीं हैं और उनके जल्द आ पाने की संभावना भी नहीं होती है तो तहसील दिवस वाले दिन जिला मुख्यालय पर कार्यालयों में काम काज नाम मात्र को ही होता है। परंतु तहसील दिवसों में भी शिकायती पत्रों का निस्तारण नाम मात्र को ही होता है। अधिकांश अधिकारी ऊंघते से रहते हैं, उनके सिपहसालार शिकायती पत्रों को जांच के नाम पर सहेजते रहते है। आज जिलास्तरीय तहसील दिवस अमृतपुर में कुल प्राप्त 47 मे से कुल 2 का ही निस्तारण हो सका। तहसील सदर में आये 22 में से 2 का व कायमगंज तहसील में आये कुल 78 शिकायती पत्रों में से मात्र 4 का ही निस्तारण हो सका।
अमृतपुर मे पुलिस अधीक्षक ओपी सागर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अगर लोगों का विश्वास जीतना है तो आयोजित तहसील दिवस में प्रार्थना पत्रों का निस्तारण ईमानदारी व समय से करें व त्वरित कार्रवाई करें| उन्होंने कहा कि लोगों की नजरों में पुलिस की छवि को सुधारें व सभी अधिकारी जनता की उम्मीदों पर खरा उतरें और उनके दुःख दर्द को समझें|
मुख्य विकास अधिकारी सीके पाण्डेय ने कहा कि छोटी-छोटी बातों को लेकर उत्पन्न विवाद, सफाई कर्मियों के न आने, व शिक्षकों के विद्यालय न जाने संबंधी शिकायतें एक सप्ताह के अन्दर निस्तारण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए| ताकि जनता के मन में यह भावना बनी रहे कि प्रशासन उनकी समस्याओं के प्रति जागरूक है|
कायमगंज में ग्रामीणो ने सहायक अध्यापिका की शिकायत
नवाबगंज क्षेत्र के कुम्हारी नगला के ग्रामीण बेदपाल जगदीश सिंह राजीव कुमार ओमकार उमेश चन्द्र मानसिंह रामसिंह कुवर पाल रामआसरे रामरहीश आदि ग्रमीणों ने तहसील दिवस में पहुच कर उपजिलाधिकारी डा0 महेन्द्र कुमार मिश्र से शिकायत करते हुए कहां कि प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापिका प्रीती पाल स्कूल से प्रति दिन गायब रहती है इस विद्यालय में 115 बच्चो का भार अकेले शिक्षा मित्र जुगल किशोर के ही सहारे है इस पर उपजिलाधिकारी ने एबीएसए शमसाबाद से मौके पर जाकर जॉच करने को कहा ।