डूबते जहाज से चूहे भागे- ओझा बोले मैं अन्टू का प्रतिनिधि नहीं!

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फर्रुखाबाद: उगते सूरज को सब सलाम करते है और जब जहाज डूबने का नंबर लगता है सबसे पहले चूहे जहाज छोड़ कर भागते है| ये कहावते कुछ कुछ फर्रुखाबाद सदर के विधायक अनंत कुमार मिश्र के साथ इन दिनों सटीक बैठती है| २७ जुलाई २०११ को बी एड छात्रो की परीक्षा निरस्त मामले में जब जेऍनआई ने जब जिले के विधायको और सांसदों के फोन लगाकर उनका पक्ष जानने की कोशिश की तो ज्यादातर के फ़ोन बंद मिले| कुलदीप गंगवार ने फ़ोन रिसीव न कर जान छुड़ा ली| सदर विधायक अनंत कुमार मिश्र का मोबाइल बोला- इस फोन की इन्कोमिंग काल बंद है| रुतवा और मंत्री के समय फर्रुखाबाद में डेरा जमाये रहे इलाहाबाद के रहने वाले अनंत कुमार मिश्र के लिखा पढ़ी के प्रतिनिधि रहे जीतेन्द्र ओझा ने बी एड मामले को सुनते ही एक झटके में कह डाला- विधायक से बात करो मै किसी का कोई प्रतिनिधि नहीं| बात आगे बढ़ी तो बोले जब विधायक मंत्री नहीं रहे तो मैं कैसा प्रतिनिधि|

जीतेन्द्र ओझा से लम्बी चौड़ी बात के बाद एक मशहूर गाना याद आ गया- एक परदेशी हमें ढग ले गया, जाते जाते कईयों को पैदल कर गया (उनके ख़ास आगे पीछे घूमने वाले चमचो को)