फर्रुखाबाद: जिला प्रशासन में महाराजा हरिश्चंद्र डिग्री कॉलेज में कल से शुरू हो रही बी एड की वार्षिक परीक्षा में स्थायी मजिस्ट्रेट बैठाने का निर्णय लिया है| छात्रो ने कॉलेज प्रबंधन पर अवैध फीस वसूली के लिए छात्रो की परीक्षा ख़राब करने की धमकी देने का आरोप लगाया था| जिसकी जाँच के लिए जिलाधिकारी ने चार सदस्यीय कमेटी से कराने का निर्णय लिया है|
ज्ञात हो कि इसी कॉलेज पर ७ माह पहले जब अवैध फीस वसूली का आरोप लगा तो तत्कालीन नगर मजिस्ट्रेट हरिशंकर की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने शासन को कॉलेज की मान्यता रद्द करने के साथ बच्चो की परीक्षा कन्नौज में कराने के लिए लिखा था| एक बार तो ये हो भी गया इस कॉलेज का परीक्षा केंद्र कन्नौज निर्धारित हो गया मगर फिर जोड़ तोड़ और भ्रष्टाचार की गंगा के सहारे परीक्षा केंद्र वापस इसी कॉलेज में आ गया|
फिलहाल तहसीलदार सदर कल से इस कॉलेज में स्थायी मजिस्ट्रेट की हैसियत से बैठेंगे और परीक्षा शुरू होने से लेकर कॉपी सील कराने तक का काम अपनी देखरेख में करायेंगे|
छात्रो की शिकायत की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जाँच के लिए कमिटी का गठन किया है| अतिरिक्त मजिस्ट्रेट सी पी उपाध्याय, पिछड़ा वर्ग अधिकारी राम अनुराग वर्मा, अल्प बचत अधिकारी और समाज कल्याण अधिकारी आर बी मिश्र मामले की संयुक्त जाँच कर अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौपेंगे|