तिहाड़ जेल में ‘गजनी के आमिर’ बने सुरेश कलमाड़ी

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नई दिल्‍ली। आपको आमिर खान की गजनी फिल्‍म याद होगी। उस फिल्‍म में आमिर खान को भूलने की बीमारी थी और गजनी उस फिल्‍म का विलेन। असल जिंदगी की बात करें तो भ्रष्‍टाचार के दलदल के कई गजनी आज कल तिहाड़ जेल की हवा खा रहे हैं। अब खबर आ रही है कि उनसब के बीच एक व्‍यक्ति ‘गजनी का आमिर खान’ बन गया है। नाम है सुरेश कलमाड़ी। असल में कलमाड़ी को भूलने की बीमारी हो गई है।

चिकित्‍सकों के मुताबिक 66 वर्षीय कलमाड़ी इन दिनों डिमेंशिया नामक बीमारी से गुजर रहे हैं, जिसमें वो कई बातें भूल जाते हैं। राष्‍ट्रमंडल खेलों में हुए घोटालों के मुख्‍य आरोपी कलमाड़ी की इस बीमारी के कारण मामले की सुनवाई प्रभावित हो रही है। जेल के एक अधिकारी ने बताया कि कलमाड़ी को हाल ही में एमआरआई स्केन के लिए लोक नारायण जय प्रकाश अस्पताल ले जाया गया था।
कलमाड़ी की मेडिकल हिस्ट्री के मुताबिक उनके अंदर डिमेंशिया के शुरूआत लक्षण दिखाई दे रहे हैं। हालांकि अस्‍पताल की ओरिजनल कॉपी अभी जेल को नहीं मिली है। कलमाड़ी के वकील हितेश जैन के मुताबिक कलमाड़ी पिछले 4 सालों से डिमेंशिया से जूझ रहे हैं।

इस मामले पर जाने माने वकील केटीएस तुलसी का कहना है कि जब तक मेडिकल रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक मामले की सुनवाई नहीं हो सकती। कानून के अंतर्गत यदि आरोपी भूलने की बीमारी से ग्रसित है, तो उसे सजा नहीं दी जा सकती। माना जाता है कि उसने जो कुछ भी किया वह भूलवश किया। लेकिन सवाल यह पैदा होता है कि अगर कलमाड़ी को भूलने की बीमारी है, तो तिहाड़ में बैठे बैठे उन्‍होंने पुणे की परियोजना पर हस्‍ताक्षर कैसे कर दिये।