आलू संघ पर कब्जे को सतीश जाटव व श्रीकृष्ण सामने

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फर्रुखाबाद: आलू सहकारी संघ के निदेशक पद पर कब्जे को लेकर बसपा के ही दो दिग्गज आमने सामने आ गये हैं। एक ओर एमएलसी सतीश जाटव की पत्नी पुष्पा देवी हैं तो दूसरी ओर पूर्व बसपा जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण गौतम स्वयं दावेदार हैं। बसपा में पूर्व सांसद छोटे सिंह के घटते रुझान के चलते नये समीकरण उभरने लगे हैं।

विदित है कि सहकारिता के क्षेत्र में पूर्व सांसद छोटे सिंह यादव का विगत लगभग विगत चार दशकों से अधिक से जनपद फर्रुखाबाद व कन्नौज में एकछत्र साम्राज्य कायम है। सपा मुखिया के सहयोगी रहे छोटे सिंह ने हाल ही में सपा के घटते प्रादुर्भाव व पार्टी में अपनी उपेक्षा के चलते बसपा का दामन थाम लिया था। परंतु यहां भी टिकट वितरण में समीकरण बनते न देख उन्होंने किनारा करने जैसा रुख अख्तियार कर लिया है। पार्टी बैठकों से भी उन्होंने काफी समय से दूरी बना ली है। बसपा में रहते उन्होंने अपने पुत्र सुधीर यादव को तो एक बार फिर जिला सहकारी बैंक का निर्विरोध अध्यक्ष बनवा लिया था परंतु अब आलू संध के चुनाव में नये समीकरण बनते साफ नजर आ रहे हैं।

नरेंद्र कुमार कुशवाहा, अनवर वेग, जियाउर्रहमान, श्रीकृष्ण गौतम, अनीता सिंह पत्नी डॉ. ज्ञान सिंह, गोरेलाल, पुष्पा देवी पत्नी सतीश जाटव, सबाउद्दीन, रहीदा बेगम, सरवीर सिंह व गोविंद सिंह कठेरिया ने पर्चे भरे। 25 जुलाई को आलू सहकारी संघ के निदेशकों का चुनाव होना है। इसमें बसपा नेताओं के निर्विरोध निर्वाचित होना लगभग तय माना जा रहा है। आलू संघ के निदेशक पद पर सतीश जाटव की पत्नी पुष्पा देवी, बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण गौतम, नरेंद्र कुमार कुशवाहा, अनवर वेग, गोविंद सिंह कठेरिया, जियाउर्रहमान, अनीता सिंह पत्नी, गोरेलाल, सबाउद्दीन, रहीसा बेगम व सरवीर सिंह ने नामांकन किया है।