वीडीओ को भारी पड़ी महामाया आवास आबंटन में मनमानी

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फर्रुखाबाद: पक्के मकान और ट्रैक्टर मालिकों तक को दे दिये गये महामाया आवास। डीडीओ की जांच में मामला खुला तो ग्रामविकास अधिकारी की मनमानी का खेल खुलकर सामने आया। अब ग्राम प्रधान के विरुद्ध कोई कार्रवाई तो आसानी से हो नहीं पाती बेचारे ग्राम विकास अधिकारी की दो वेतन वृद्धियां रोक दी गयी हैं।

विकास खंड शमसाबाद के अंबेडकर ग्राम हुसैनपुर तराई में 32 लाभार्थियों का महामाया आवास योजना के अंतर्गत चयन किया गया। योजना के अंतर्गत लाभार्थी को 45 हजार रुपये दिये जाने का प्राविधान है। लाभार्थी का चयन ग्राम पंचायत की खुली बैठक में किये जाने का प्राविधान है। ग्रामविकास अधिकारी परशुराम राजपूत की ओर से महामाया आवास के लिए 32 लाभार्थियों को चयन कर सूची भेजी। इसके बाद भवन निर्माण के लिए धनराशि भी जारी कर दी गई। जिला विकास अधिकारी ने जब इस गांव पहुंचकर लाभार्थियों की जांच की तो 8 लाभार्थी अपात्र निकले। कई के पास तो पहले से बने पक्के मकान व ट्रैक्टर भी बताये गये। धनराशि निर्गत होने के बाद भी कोई निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। जिला विकास अधिकारी एके सिंह चंद्रौल ने ग्राम विकास अधिकारी परशुराम राजपूत को चेतावनी जारी करते हुए दो वेतनवृद्धियां रोकने के आदेश जारी कर दिये हैं।