फर्रुखाबाद, दबंगों द्वारा जमीन पर अवैध कब्जे के विरोध में प्रार्थना पत्र लेकर गयी पीड़ित महिला को अधिकारियों ने दुत्कार कर भगा दिया। महिला का आरोप है कि बसपा नेताओं दबाव में पुलिस व प्रशासन विपक्षियों की मदद कर रहा है।
विदित है कि थाना मऊदरवाजा क्षेत्र की ग्राम बरौन निवासी सावित्री देवी पत्नी सुरेश चंद्र शाक्य की जमीन पर कुछ सथानीय दबंगों ने कब्जा कर रखा है। सावित्री देवी इस पर कब्जे के लिये विगत लगभग दो माह से परेशान है। पीड़ित की ओर से इस संब्रध में तहसील दिवस व थाना दिवसों पर शिकायतें भी की जा चुकी है। सावित्री का आरोप है कि कुछ बसपा नेता विपक्षियों की मदद कर रहे हैं, इसी के चलते पुलिस व प्रशासन उसकी सुन नहीं रहे हैं। आखिर थक हार कर सावित्री 16 तारीख को कलक्ट्रेट में धरने पर बैठ गयी। इसके बाद नगर मजिस्ट्रेट ने सावित्री को कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना समाप्त करा दिया। सावित्री का तो कहना है कि उसे धरने से उठने के लिये मजबूर कर दिया गया। कोई कार्रवाई न होने पर सावित्री ने सोमवार को एक ज्ञापन और देकर शुक्रवार से भूखहड़ताल का नोटिस दिया था।
सावित्री ने बताया कि शुक्रवार को भूख हड़ताल शुरू करने से पूर्व उसने अपर जिलाधिकारी को प्रार्थनापत्र दिया तो एडीएम ने उसे दुत्कार कर भगा दिया। सावित्री ने बच्चों के साथ शुक्रवार को कलक्ट्रेट में भूख हड़ताल शुरू कर दी है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशासन ने सावित्री को कलक्ट्रेट से हटाने के लिये कोतवाली पुलिस को मौखिक निर्देश दिये। इसके बाद दो महिला पुलिस कर्मी व पहुंच गयी, परंतु मीडिया की सक्रियता के चलते अभी पुलिस ने कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।