फर्रुखाबाद:(दीपक शुक्ला) जेल के अंदर घुटन भरी जिदगी पूरी तरह से असहाय हो जाती है। ऐसे में सलाखों में महिला बंदियों ने जिदगी को कुछ हद तक खुशहाल बनाने के लिए जिला जेल में उनको आये दिन किसी ना किसी गतिविधि से जोड़कर उनके हुनर को
निखारने का कार्य किया जाता है| इस के तहत दीवावली पर महिला बंदियों नें डिजाइनर मोमबत्ती व दीये बनाये| जिससे दीपावली पर जेल इन्ही से रोशन होगी|
महिला बंदियों द्वारा आगामी दीपावली त्योहार के लिए महिला बैरक में डिजाइनर मिट्टी के दीए और डिजाइनर मोमबत्तियां तैयार की गई है । जिसकी बिक्री जेल बंदी उत्पाद केंद्र के
माध्यम से आम जनता के बीच की जा रही है । जेल में आने वाले मुलाकाती जेल के दिए और मोमबत्ती को काफी पसंद कर रहे है। इस साल कारागार में ही बैकरी प्रशिक्षण केंद्र में निर्मित बिस्कुट और मिठाई के रूप में निर्मित नानखटाई की भी बिक्री खूब हो रही है । जेल के बैकरी उत्पाद को जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा भी काफी पसंद किया जा रहा है और उनके द्वारा इनकी खरीददारी भी जा रही है । जेल के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा
भी जेल दिए और मिठाई की खरीददारी अपने परिवार के उपयोग के लिए की जा रही है । जेल की महिला बैरक में डिजाइनर दिए और मोमबत्ती निर्माण में महिला जेल बार्डर की विशेष निगरानी रही । नगमा के द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करके महिला बंदियों को प्रशिक्षित कर डिजाइनर दिये व मोमबत्ती बनवाई जा रही है । जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद ने बताया कि इस बार प्रायोगिक तौर पर जेल दिए ,मोमबत्ती और मिठाई का एक दीपावली गिफ्ट हैंपर
भी बनाया गया है। जिसकी कीमत बाजार में उपलब्ध गिफ्ट हैंपरो से काफी कम है । जिसकी विशेषता हैं कि जेल निर्मित नान खटाई शुद्ध देसी घी से निर्मित की गई है । जेल निर्मित गिफ्ट हैंपर की भी बिक्री हो रही है । जेल उत्पाद केंद्र की बिक्री का पर्यवेक्षण डिप्टी जेलर मुकेश गौड़ द्वारा किया जा रहा है । बैकरी उत्पाद का गुणवत्ता पूरक निर्माण डिप्टी जेलर वैभव कुशवाह के कुशल निर्देशन में हो रहा है । संपूर्ण कार्य का संचालन , निर्माण , बिक्री की देखरेख गिरीश कुमार कारापाल द्वारा किया जा है ।