दिग्विजय ने बाबा पर फिर साधा निशाना

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कहा आमरण अनशन और आन्दोलन से नहीं आयेगा काला धन वापस

नई दिल्ली: बाबा रामदेव के अनशन में सिर्फ दो दिन बचे हैं। इसे लेकर सरकार और कांग्रेस में हलचल है और बैठकों का सिलसिला जारी है।

बाबा रामदेव ने गुड़गांव जाने से पहले अपने करीबियों के साथ बैठकर प्रस्तावित सत्याग्रह और सरकार के रुख को लेकर रणनीति पर विचार किया। दूसरी ओर, मीडिया में सूत्रों के हवाले से यह खबर आ रही है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इस बात से खफा हैं कि बाबा रामदेव और केंद्र सरकार के चार मंत्रियों के बीच बुधवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई बैठक में हुई बातचीत का ब्योरा उन्हें नहीं बताया गया।

पार्टी नेताओं के बीच योग गुरु की चार केंद्रीय मंत्रियों द्वारा अगुवानी किए जाने के मामले पर गहरे मतभेद हैं। कांग्रेस और सरकार में भी मंथन का सिलसिला चल रहा है। कांग्रेस कोर ग्रुप शाम को बैठक करने वाली है। सूत्र बताते हैं कि इसमें इस पर फैसला होगा कि बाबा रामदेव को अनशन करने से रोकने के लिए क्‍या किया जाए और अगर इसमें कामयाबी नहीं मिली तो स्थिति से निपटने की रणनीति क्‍या हो।

लेकिन इससे पहले कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर बाबा रामदेव पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि आमरण अनशन और आंदोलन से न तो काला धन वापस आएगा और भ्रष्‍टाचार मिटेगा। इसलिए बाबा रामदेव को सरकार की बात मान कर अनशन का कार्यक्रम छोड़ देना चाहिए। उनका कहना था कि बाबा से कांग्रेस को कोई डर नहीं है। बकौल दिग्विजय, ‘अगर कांग्रेस बाबा रामदेव से डरी होती तो पार्टी उन्‍हें जेल में बंद कर देती

बाबा रामदेव ने 4 जून से अनशन का ऐलान किया है। बाबा को अनशन करने से रोकने के लिए सरकार किसी भी हद तक जाने को तैयार दिख रही है। हालांकि कांग्रेस इससे मुश्किल में लग रही है। उसे कुछ कहते नहीं बन रहा। बुधवार को जिस तरह पूरी सरकार एयरपोर्ट पर ही बाबा रामदेव के इंतजार में खड़ी हो गई और उज्‍जैन से पहुंचते ही उन्‍हें बातचीत के लिए घेर लिया, इससे पूरी कांग्रेस सहमत नहीं लगती।

कांग्रेस के उच्‍च पदस्‍थ सूत्रों का मानना है कि यह अप्रत्‍याशित कदम ‘गैरजरूरी’ था और कांग्रेस का ‘इससे कोई लेना-देना नहीं’ है। सूत्रों का यहां तक कहना है कि हवाईअड्डे पर अगुवानी के लिए बड़े मंत्रियों-अफसरों को भेजने का फैसला सोनिया गांधी की जानकारी के बिना ही ले लिया गया था। पार्टी इसमें किसी भी तरह शामिल नहीं है।

कांग्रेस सार्वजनिक रूप से इस मामले में खुल कर बोल भी नहीं रही है। लेकिन पार्टी के महासचिव दिग्विजय सिंह ने बाबा रामदेव पर निशाना जरूर साधा है। उन्‍होंने कहा, ‘बाबा रामदेव के अनशन से कौन डर रहा है? भ्रष्‍टाचार और काले धन के मुद्दे पर हम भी गंभीर हैं। उन्‍हें (बाबा को) मनमोहन सिंह और कुछ मंत्रियों की ओर से किया गया आग्रह मान लेना चाहिए।