फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो)कालिंजर के राजा कीरत सिंह की सुपुत्री और गोंड राजा दलपत शाह की पत्नी रानी दुर्गावती की वीरता से भला कौन परिचित नहीं होगा| देश की महान वीरांगना रानी दुर्गावती ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने हाथों से अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे| मुगल शासक अकबर के सामने झुकने के बजाय उन्होंने खुद ही अपना खंजर अपने सीने में उतार लिया था| वह तारीख थी 24 जून 1565| उनकी शहादत को अब बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है| सपाईयों नें भी उनका बलिदान दिवस पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की |
सपा के जिला कार्यालय आवास विकास में जिलाध्यक्ष चन्द्रपाल सिंह की अध्यक्षता में महारानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया | जिसमे जिलाध्यक्ष नें कहा कि अगर व्यक्ति में हिम्मत और साहस है तो वह बड़ी से बड़ी सेना के सामने अपने साहस और पराक्रम से विरोधियों को पस्त कर सकता है और यह बात महारानी दुर्गावती से बेहतर कौन समझा सकता है । उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी समाज के आखिरी व्यक्ति तक पहुंचकर उसके दुख-सुख में साथ रहती है। जिला महासचिव इलियास मंसूरी, पूर्व राष्ट्रीय सचिव लोहिया वाहिनी जितेंद्र यादव सिरौली, निजाम अंसारी, शिव शंकर शर्मा, रामपाल सिंह यादव, हरिओम सिंह आदि रहे |