फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) हर साल की तरह इस वर्ष भी अमर शहीद मणिन्द्र नाथ बनर्जी का शहादत दिवस मनाया गया| पहले उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण देशभक्ति गीतों के साथ किया गया | बाद में जेल के भीतर बने सभागार में गोष्ठी का आयोजन कर उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया|
केन्द्रीय कारागार परिसर में बने अमर शहीद मणिन्द्र नाथ बनर्जी के स्मारक पर पंहुचे कार्यवाहक डीआईजी पीएनपाण्डेय व स्वंतत्रा संग्राम सेनानी स्वर्गीय राम चन्द्र वर्मा की पत्नी उर्मिला वर्मा निवासी शहर के इस्माइलगंज सानी के साथ माल्यार्पण किया| इस दौरान कारागार के बैंड नें देशभक्ति के गीत बजाकर माहौल में और क्रांति रस का संचार किया | इसके बाद आम का पौधारोपण भी किया गया | पास में ही बने अमर ज्योति पर
भी माल्यार्पण कर प्रभारी डीआईजी नें जेल अधिकारीयों के साथ नमन किया| प्रभारी डीआईजी नें बताया कि ब्रिटिश हुकूमत के अत्याचारों एवं यातनाओं को सहते हुए ब्रिटिश जेल प्रशासन के अमानवीय अत्याचारों के खिलाफ अनशन करते हुए मणीन्द्र नाथ बनर्जी ने अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। आज उनके देश के लिए किये गये बलिदान को याद करनें का समय है| डा. रामकृष्ण राजपूत नें कहा कि केन्द्रीय कारागार फतेहगढ में एक साथ चार चार महान क्रान्तिकारी मणीन्द्र नाथ बनर्जी, यशपाल, मन्मथ नाथ गुप्त एवं चन्द्रमा सिंह एक साथ निरूद्ध रहे| मणीन्द्र नाथ के बलिदान को आज देश याद करता है| इस दौरान पूर्व व्लाक प्रमुख उर्मिला उर्फ अल्का राजपूत, कारापाल करूणेन्द्र कुमार यादव, उपकारापाल सुरजीत कुमार, अनीश कुमार, युवा कवि वैभव सोमवंशी, कवि महेश पाल सिंह उपकारी आदि रहे|