फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) गर्मी का पारा 44 डिग्री सेल्सियस पार कर रहा है। लोग गर्मी से व्याकुल हो रहे हैं। हालात यहां तक हो गए हैं कि राहगीर हाथों में पंखा लेकर चलने को मजबूर हैं। बावजूद इसके, बिजली कटौती व लो-वोल्टेज की समस्या पहले से ही बरकरार है।
ग्रामीण बुजुर्गों का कहना है कि जितनी गर्मी इस साल पड़ रही है, पहले कभी नहीं पड़ी। फिलहाल गर्मी जनित बीमारियां फैलने लगी हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। गर्मी के चलते पानी, कोल्ड ड्रिक, ककड़ी, खीरा, तरबूज, खरबूज, नींबू, संतरा आदि फलों की मांग भी बढ़ गई है। दो पहिया वाहन पर सफर करने वाले लोग मुंह पर रूमाल लगाकर सफर कर रहे हैं। गर्मी के कारण नगर के पार्कों व बाजारों से भी रौनक गायब हो गई है। शाम के समय ही बाजारों में ग्राहक खरीदारी को आ रहे हैं। लोगों ने बताया कि
मौसम में आए बदलाव के कारण जन-जीवन प्रभावित हो रहा है। दोपहर के समय तो घरों से निकलना तक मुश्किल हो रहा है। चिलचिलाती धूप और गर्मी से जनजीवन अस्त व्यस्त नजर आ रहा है। कड़ी धूप के बीच दोपहर होते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। गर्म हवा के थपेड़े और कड़ी धूप काया को झुलसा रहे हैं। भीषण गर्मी में इस समय यात्री भी बेहाल हैं। बस अड्डा व रेलवे स्टेशन पर दोपहर के समय सुनसान नजर आ रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि इस बार भीषण गर्मी के कारण सफर करने में भी दिक्कतेें आ रही हैं। बस में सफर करते वक्त खिड़की खोलते हैं तो गर्म हवा सताती है। अगर बंद करते हैं तो पसीना और उमस दिक्कत बढ़ा दे देती है। दोपहर के समय तो कई बार आलम यह होता है कि गर्मी के कारण ऑटो तक नहीं मिलते। उन्हें काफी देर तक वाहन का इंतजार करना पड़ता है। गर्मी के कारण छतों पर रखी टंकियों में पानी उबल रहा है। दोपहर के बाद अगर टंकी के पानी से कोई हाथ धोता है तो पानी इतना गर्म होता है कि काफी देर तक उसे नल खुला छोड़ना पड़ता है। उसके बाद भी पानी इस लायक नहीं होता कि उसे नहाय जाए या फिर अन्य कामों में लाया जाए।