लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल को, नतीजे 22 मई को! ईसीआई ने बताई फर्जी मैसेज की हकीकत

FARRUKHABAD NEWS

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, हर किसी की निगाहें चुनाव की तारीखों पर टिकी हुई हैं| चाहे राजनीतिक दल हों या फिर आम जनता, हर कोई यही जानना चाहता है कि चुनाव कब है| इन दिनों एक मैसेज तेजी से वारयल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल को है| चुनाव आयोग ने इस मैसेज को पूरी तरह से फर्जी बताया है| इलेक्शन कमीशन ने कहा कि, चुनावों का ऐलान प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए किया जाता है, न कि टेक्स्ट और व्हाट्सएप मैसेजों के जरिये|
लोकसभा चुनाव की तारीख पर फर्जी मैसेज 
दरअसल फर्जी मैसेज में आम चुनाव का पूरा कार्यक्रम शेयर किया गया है, जिसमें लिखा है कि चुनाव के लिए 12 मार्च को अधिसूचना जारी की जाएगी, जिससे आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. फर्जी मैसेज में कहा गया है कि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 28 मार्च थी| मतदान की तारीख 19 अप्रैल है और रिजल्ट 22 मई को आएंगे| इस फेक मैसेज में चुनाव आयोग का लेटरहेड भी दिखाई दे रहा है| यह मैसेज तेजी से व्हाट्सएप ग्रुप्स पर सर्कुलेट हो रहा है| जिसके बाद कई लोगों ने सवाल उठाया है कि आम चुनाव एक ही चरण में कैसे कराया जा सकता है|
चुनाव की तारीफ पर क्या बोला चुनाव आयोग?
भ्रम की स्थिति के बीच, चुनाव आयोग ने शनिवार को साफ किया कि वायरल हो रहा मैसेज फर्जी है| चुनाव आयोग ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि व्हॉट्स ऐप पर लोक सभा चुनाव 2024 के शेड्यूल के बारे में एक फर्जी मैसेज शेयर किया जा रहा है| यह मैसेज फर्जी है| ईसीआई द्वारा अब तक किसी तारीख का ऐलान नहीं किया गया है| चुनाव आयोग ने कहा आयोग की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए चुनाव कार्यक्रम का ऐलान किया जाता है| इसने यह बात समझाने के लिए हैशटैग का भी इस्तेमाल किया कि लोगों को मैसेज को आगे भेजने से पहले इसे वेरिफाइ करना चाहिए| 
चुनाव आयोग ने बताई मैसेज की सच्चाई
चुनाव दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ऑफिस की तरफ से जारी एक आंतरिक नोट में भ्रम पैदा होने के एक महीने बाद कही है. अधिकारियों को तैयारियों में तेजी लाने में मदद करने के लिए नोट में 16 अप्रैल को अस्थायी “मतदान तिथि” के रूप में लिखा गया है| मुख्य निर्वाचन अधिकारीऑफिस ने साफ किया कि तारीख का जिक्र सिर्फ अधिकारियों के लिए गतिविधियों की प्लानिंग बनाने के “संदर्भ” के लिए किया गया था. “कुछ मीडिया सवाल एक सर्कुलर का हवाला देते हुए आ रहे हैं, जिसमें यह साफ करने के लिए कहा गया है कि क्या 16 अप्रैल लोकसभा चुनाव के लिए संभावित मतदान का दिन है| यह स्पष्ट किया गया है कि इस तारीख का जिक्र सिर्फ चुनाव योजना के मुताबिक गतिविधियों की प्लानिंग के लिए अधिकारियों के ‘संदर्भ’ के लिए किया गया था|