फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता)शहर के आवास विकास स्थित बीजेपी के जिला कार्यालय पर पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय पंडित अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस के रूप में मनायी गयी|
मुख्य अतिथि के रूप में पंहुचे जिला संगठन प्रभारी शिव महेश दुबे ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई इस देश के ही नहीं बल्कि विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता थे ग्वालियर में 25 दिसंबर 1924 को जन्मे अटल बिहारी वाजपेई ऐसे राजनेता थे जिन्होंने तीन बार देश की प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली पूर्व प्रधानमंत्री भले ही सियासत से जुड़े हो लेकिन उनके अंदर वास्तविक रूप से एक कवि था। अटल जी का जीवन सादगी और संघर्ष भरा रहा भारत के लिए उनका योगदान अमित है उनका नेतृत्व और दूर दृष्टि लाखों लोगों को प्रेरणा स्रोत देती है। सांसद मुकेश राजपूत ने कहा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन की प्रतिमूर्ति थे पूर्व प्रधानमंत्री का फर्रुखाबाद जनपद से भी जुड़ाव रहता था। भाजपा जिला अध्यक्ष रूपेश गुप्ता ने कहा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई एक परिपक्व नेता लोकप्रिय वक्त सादगी और तपस्या के अनुपम मिशाल थे| संचालन जिला महामंत्री फतेहचंद वर्मा ने किया| पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. भूदेव सिंह राजपूत,पूर्व विधायक कुलदीप गंगवार, महेंद्र सिंह कटियार,दिव्यांग प्रकोष्ठ प्रदेश सहसंयोजक अभिषेक त्रिवेदी, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष बबीता पाठक, जिला महामंत्री सुनील रावत, हेमचंद्र वर्मा, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष मयंक सिंह बुंदेला, नगर पश्चिम मंडल अध्यक्ष विकास पांडेय, शिवांग रस्तोगी आदि रहे|
पूर्व प्रधानमंत्री को किया याद
राष्ट्रीय अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग मुस्लिम मसऊदी व भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हाफिज पुत्तन मियां के निवासी पर पूर्व प्रधान मंत्री के जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया| पुत्तन मियां नें कहा कि स्वर्गीय अटल नें भारत को परमाणु शक्ति प्रदान करनें वाले पीएम थे| मोहम्मद अहमद मसऊदी, अरशद मसऊदी, असद मसऊदी, मुन्ना मसऊदी, अजीम मसऊदी, फारुक मसऊदी आदि रहे|
आदिवासी कोल समाज नें पूर्व पीएम को किया याद
शहर के मोहल्ला लिंजीगंज नरकसा में जय श्रीराम सबरी आदिवासी कोल समाज सेवा संस्थान द्वारा पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती का आयोजन किया गया| जिसमे कहा कि आज भी अटल के नाम पर उनके समाज के लोग भाजपा को वोट देते हैं| भरत सिंह कोल, राकेश सिंह कोल, अर्जुन सिंह, रवि कोल, गोटा कोल आदि रहे|