फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) संस्कार भारती द्वारा श्री कृष्ण जन्मोत्सव लीला का शानदार मंचन कलाकारों द्वारा किया गया| जिसे देख दर्शक भाव विभोर हो गए।
शहर के लोहाई रोड स्थित राधा श्याम शक्ति मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में संस्कार भारती के कलाकारो ने शानदार प्रस्तुति दी । कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सुरेन्द्र सफफड ने दीप प्रज्वलित कर किया । ध्येय गीत का सामूहिक गान गौरव मिश्रा बंटी ने कराया ।
भगवान कृष्ण जन्मोत्सव पर आधारित लीला मंचन में दर्शाया गया| कारागार में बंद देवकी अपनी आठवी संतान को गोद में लिए हुए विलाप कर रहीं है और वह ईश्वर से अपने बच्चे के जीवन की दुहाई मांग रही है। वासुदेव देवकी के पास में खड़े है रो रहे है इसी समय एक आकाशवाणी होती जो वासुदेव को बताती है कि आपका पुत्र कोई साधारण पुत्र नहीं है वह साक्षात भगवान विष्णु का अवतार है| आकाशवाणी के कहने पर अपने बच्चे को नंदबाबा जी के घर ले जाते है उसी समय आकाश में बिजली कड़कने की आवाज और यमुना में शेषनाग के दृश्य लोगों ने भावविभोर कर दिया ।
अगले दृश्य में नंदगांव में भगवन कृष्ण का जन्म दिखाया जाता है । जहां हाथी घोड़ा पालकी,जय कन्हैया लाल की | नंद के घर आनंद भयो,जय कन्हैया लाल की,नंद के आनंद भयो जय यशोदा लाल की,आनंद उमंग भयो जय जय कन्हैया लाल की उद्घोष से मंदिर प्रांगण गूंज उठा कार्यक्रम में हरे राम हरे रामा,रामा राम हरे हरे,हरे कृष्ण हरे कृष्णा,कृष्णा कृष्णा हरे हरे,पर कलाकारों के साथ भक्त उत्साह उमंग के साथ झूम उठे । अंत में भगवान नारायण चतुर्भुज दर्शन के साथ लीला का समापन हुआ । डॉक्टर वरिष्ठ साहित्यकार शिवओम अम्बर ने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता में सात सौ श्लोकों के सूत्र वाक्यों में जीवन के रहस्यों का वर्णन है| हर किसी को गीता के उपदेशों को अपने जीवन शैली में शामिल करना चाहिए । संस्था के सदस्य रोहित सफफड़ ने कहा की कला और साहित्य अखिल भारतीय संस्था ऐसे कार्यक्रमों से जन मानस को जोड़ने का काम करती है, हम सभी को स्वच्छता का ध्यान देना चाहिए। स्नेहा और नंदिनी श्रीवास्तव ने नृत्य प्रस्तुत किया ।
सचिव दिलीप कश्यप ने कहा आज के बदलते परिवेश में ईश्वर भक्ति से बड़ी कोई भक्ति नहीं हो सकती । अध्यक्ष डॉ. नवनीत गुप्ता नें भी विचार रखे| कार्यक्रम का संचालन प्रीति तिवारी ने किया। संस्था द्वारा कलाकरों को उपहार भेंट कर सम्मानित किया गया । कार्यक्रममें अर्पण शाक्य,रोहित दीक्षित, संयोजक कुलभूषण श्रीवास्तव, शिवम दीक्षित, ,हर्षित सिंगतिया आदि प्रमुख रूप से रहे |