फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) कई दिनों से उफान पर चल रही गंगा व रामगंगा का सैलाब अब तेजी के साथ कम होनें लगा है| लेंकिन सैलाब की जद में आनें वाले लोगों की मुसीबत कम नही हो रही है| गाँव के रास्ते से तो बाढ कम हुई है लेकिन गांवों के भीतर पानी की धार अभी भी चल रही है|
बीते दिन गंगा का जलस्तर 137.25 मीटर दर्ज किया गया था | मंगलवार को भी गंगा का जल स्तर 137.25 पर दर्ज किया गया | जिससे गंगा अभी भी खतरे के निशान से लगभग 15 सेंटीमीटर ऊपर हैं | वहीं नरौरा बांध से गंगा में 91851 क्यूसेक पानी छोड़ा गया | वहीं रामगंगा में बीते दिन जलस्तर 135.45 मीटर पर दर्ज की गयीं थी| लिहाजा मंगलवार को इसका जलस्तर 135.30 मीटर दर्ज किया गया| रामगंगा 15 सेंटीमीटर घट गयीं | खोह, हरेली व रामनगर से रामगंगा में 95012 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है| सैलाब से तहसील अमृतपुर के तटवर्ती गांव माखन नगला, मंझा की मड़ैया, तीसराम की मड़ैया, सुंदरपुर, कुडरी सारंगपुर, नगरिया जवाहर, चित्रकूट, कछुआ गाढ़ा करनपुर घाट, आशा की मड़ैया, बमियारी, लायकपुर, भुड़िया भेड़ा, बरुआ, कालिका नगला काफी प्रभावित हैं |
बाढ़ से बचनें के लिए जागरूक रहें, बोले जिम्मेदार
अपर जिलाधिकारी सुभाष चन्द्र प्रजापति नें बताया कि गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु से ऊपर है | रामगंगा का जलस्तर गेज के ऊपर है| जिससे तटवर्ती गाँवों में बाढ़ की स्थिति है| उन्होंने कहा कि जन सामान्य की तरफ से बाढ़ से बचनें को सतकर्ता नही बरती जा रही| जिससे पानी में डूबने वालों की घटना प्रतिदिन हो रहीं हैं| उन्होंने अपील करते हुए कहा कि घर से निकलते समय विशेष सतर्कता बरती जाये | किसी प्रकार की समस्या से निपटनें के लिए सम्बन्धित एसडीएम, आपदा नोडल अधिकारी जिला इमरजेंसी सेंटर से सम्पर्क किया जा सकता है|