फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) खाद्य पदार्थों में मिलावट धीमे जहर से कम नहीं है। इसे रोकने के लिए कठोर कानून भी है, इसके बावजूद मिलावट पर रोक नहीं लग पाती है। त्योहार नजदीक आने के साथ ही मिलावट और ज्यादा हो जाती है। जनपद में बढ़ रही मिलाबट खोरी के खिलाफ चल रहे अभियान में खाद्य विभाग द्वारा लिए गये कुल नमूनों में से 29 नमूने फेल हो गये| विभाग अब मिलाबट खोरों के खिलाफ एफआईआर पंजीकृत करानें की तैयारी कर रहा है| जिससे मिलाबट खोरों की मुसीबत बढ़ सकती हैं|
खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त द्वितीय सय्यद शाहनवाज हैदर आबिदी के निर्देशन में विभाग के मुख्य खाद्य सुरक्षा सुरक्षा अधिकारी आशुतोष राय के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारी बिजेंद्र कुमार, डॉ. शैलेन्द्र रावत, अरुण कुमार मिश्रा, आशीष कुमार द्वारा मई में प्राप्त जाँच रिपोर्ट में 29 नमूने फेल हो गये| जिससे यह साफ हो गया कि जिले में मिलावट खोरी कितने बड़े पैमानें पर चल रही है | फेल नमूनों में क्रीम, बेसन, मिश्रित दूध मैदा, पापड़ (कचरी) सरसों का तेल, खोया, अरहर दाल, रंगीन कचरी , पैकेट बंद नमकीन, गणेश ब्रांड मैदा आदि के कुल 29 के नमूनें फेल हुए हैं| सहायक आयुक्त द्वितीय सय्यद शाहनवाज हैदर आबिदी नें बताया कि फेल नमूनें वाले व्यापारियों के खिलाफ जल्द ही एफआईआर दर्ज होगी|