फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) कर्नाटक विधानसभा क्षेत्र चुनाव में कांग्रेस ने घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने और उसकी तुलना पीएफआई से किए जाने से नाराज बजरंग दल के नेताओं ने कांग्रेस के खिलाफ कलक्ट्रेट में धरना देकर प्रदर्शन किया। हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया। इसमें कांग्रेस के घोषणा पत्र पर बैन लगाने और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग उठाई।
बजरंग दल के जिला संयोजक अभिषेक शाक्य के नेतृत्व में शुक्रवार को संगठन नेता कलक्ट्रेट पहुंचे। वहां उन्होंने कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसके बाद राष्ट्रपति को दिए संबोधित ज्ञापन में कहा कि पीएफआई एक राष्ट्र विरोध संगठन है। शामली, मुजफ्फर नगर, मेरठ, बिजनौर, बाराबंकी, गोंडा, बहराइच, वाराणसी, आजमगढ़ और सीतापुर जेसै अन्य जिलों और देश के विभिन्न हिस्सो में हुए दंगों में पीएफआई की महती भूमिका रहीं है। इस कारण केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) को 27 सितंबर 2022 को बैन कर दिया था। हाल में कई जगह छापे मार कर 1300 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जबकि बजरंग दल सेवा सुरक्षा, संस्कार के माध्यम से राष्ट्र के प्रति समर्पित नौजवानों का संगठन है। बजरंग दल की गतिविधियों में बाल संस्कार केंद्र चलाना, बस्तियों में चिकित्सा और प्राथमिक शिक्षा को आधार बनाकर संस्कारशाला का संचालन करना है। वर्ष में एक बार बजरंग दल के स्वयं सेवक रक्तदान करते हैं। ताकि सड़क हादसे में घायल व्यक्ति की खून की कमी के कारण जान न जा सके। अस्पताल में रोगियों की सेवा करना बजरंग दल के स्वयं सेवकों का काम है। कर्नाटक में दस मई को होने वाले विधानसभा क्षेत्र के चुनाव में घोषणा पत्र जारी किया है। इस घोषणा पत्र में समाजसेवी बजरंग दल संगठन की तुलना पीएफआई से की है। बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कहीं गई है। इससे बजरंग दल संगठन को अपमानित कर देश के हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया गया है। संगठन के पदाधिकारियों ने कर्नाटक में विधानसभा क्षेत्र के चुनाव में कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र जारी किया है, उस पर बैन लगाने की मांग की है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे समेत घोषणा पत्र में हस्ताक्षर करने वाले जो भी है, उन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाए। स्वतंत्र भारत में इस देश का हिंदू समाज अपनी आस्था संस्कृति और संस्कारों की रक्षा के लिए अब अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। संगठित हिंदू समाज कांग्रेस के इस घृणित कृत्य के लिए संवैधानिक और लोकतांत्रिक पद्धति के आधार पर कड़ा विरोध दर्ज कर अपने समाज को कांग्रेस के घिनौने चेहरे को सबके सामने लाकर रहेगा। इस दौरान सह संयोजक पवन, सचिन, अनुज, योगेंद्र, शिखर, सुदिप समेत कई लोग मौजूद रहे।