फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) शनिवार को रमजान के खत्म होने के बाद ईद का त्यौहार पूरे जिले में हर्षोल्लास से मनाया गया। जिला मुख्यालय पर फर्रुखाबाद व फतेहगढ़ स्थित ईदगाहों में हजारों लोगों ने एक साथ ईद की नमाज अदा की। चिलचिलाती धूप के बावजूद लोगों ने एक घंटे तक खुले आसमान के नीचे बैठकर इबादत और मुल्क में शांति की दुआ की। नमाजियों ने देश में खुशहाली, अमन और आपसी भाईचारे के लिए दुआ की। इसके बाद लोगों ने गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। बच्चों में ईदी पाने के लिए खासा उत्साह है।
सुबह से ही चिलचिलाती धूप और उमस के कारण खुले मैदान में बैठना एक चुनौती था। हालांकि ईदगाहों के कुछ भाग में शामियाने का इंतजाम भी किया गया था। देखते ही देखते शामियाना ही क्या ईदगाह का चबूतरा भी छोटा पड़ गया। लोगों ने चबूतरे के आसपास अपने साथ लाई चादरें बिछाकर नमाज अदा की। लगभग एक घंटे तक चली नमाज दौरान लोग पूरे संयम के साथ धूप में बैठे नजर आए। शहर की पुरानी ईदगाह में ईद की नमाज मौलाना जैनुल आबेदीन नूरी ने अदा कराई और मौलाना शमशाद अहमद चतुर्वेदी ने तकरीर की| नई ईदगाह में जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना मुफ्ती मोअज्जम अली ने ईद की नमाज अदा कराई। सूफी खां स्थित दरगाह हुसैनिया मुजीबिया वाली मस्जिद में दरगाह के सज्जादा नशीन सैयद कारी शाह फंसी, सुनहरी मस्जिद में मौलाना सैयद मेराज अली जाफरी, दरगाह हजरत अब्बास पर मौलाना सैयद सदाकत हुसैन, मनिहारी स्थित एक मिनारा वाली मस्जिद में मौलाना कारी लईक अहमद, मस्जिद काजी साहब वाली मस्जिद में काजी ए शहर सैयद मुताहिर अली, जसमई दरवाजा स्थित खानकहा ए नूरिया में नूरी मस्जिद में सज्जादा नशीन डॉ. शाह फुरखान अहमद नूरी, फतेहगढ़ ईदगाह में मौलाना राशिद अहमद ने ईदुल फितर की नमाज अदा करायी और अमन चैन की दुआ मांगी| घरों पर भी मुस्लिम महिलाओं ने ईद उल फितर की नमाज अदा की| इसके अलावा शहर की प्रमुख मस्जिदों में भी ईद उल फितर की नमाज अदा की गई| जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह, एसपी अशोक कुमार मीणा , नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव, ईओ रविन्द्र कुमार बीबीगंज चौकी पर फोर्स के साथ मौजूद रहे| अधिकारियों ने इमाम सहित अन्य लोगों से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।
स्टाल लगाने वाले प्रत्याशियों पर हो सकती कार्यवाही
ईदगाहों के इर्द-गिर्द नगर पालिका के दावेदारों नें पेय पदार्थों के स्टाल लगाये थे| जो आचार संहिता का उलंघन माना जा रहा है| अधिकारियों की उन पर नजर टेड़ी है| लिहाजा कार्यवाही की तलवार को लटक गयी है|