फर्रुखाबाद:(कंपिल संवाददाता) चेन्नई से तीन हजार किलोमीटर की पदयात्रा कर जैनमुनि नित्यानंद सुरीश्वर महाराज बुधवार को स्वामी विमल नाथ की नगरी कंपिल पहुंचे। समाजसेवी व व्यापारी पुखराज डागा के नेतृत्व में उनका स्वागत किया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओ ने उनकी आरती भी उतारी।
चेन्नई से निकलने के बाद करीब 115 दिनों में करीब 3000 किलो मीटर की पद यात्रा करते हुए सूरीश्वर महाराज बुधवार सुबह कंपिल पहुंचे। यहां विमालयतन ट्रस्ट के महामंत्री पुखराज डागा ने अन्य श्रद्धालुओ के साथ महाराज का स्वागत किया। उनके साथ मुनिराज मोक्षानंद विजय, मुनि ज्ञानानंद विजय, मुनि मोक्षयश विजय और चार साध्वी भी पद यात्रा में शामिल रहीं। प्रथम बार उनका कंपिल में आगमन होने से जैन समाज के लोगों में भारी उत्साह है । गुरुजनों के स्वागत और दर्शन के लिए दिल्ली , आगरा , मेरठ , लुधियाना , लखनऊ , मुंबई , कानपुर , मुरादाबाद आदि अनेक शहरों से श्रद्धालु भी पहुंचे। मुनि मोक्षानंद विजय जी महाराज ने बताया कि जैनाचार्य ने 56 वर्षों के साधु जीवन में पूरे देश में करीब पौने दो लाख किलो मीटर की पद यात्रा की है । मात्र पौने नो वर्ष की अल्प आयु में अपने माता पिता और दो बड़े भाइयों के साथ उन्होंने उत्तर प्रदेश के बड़ौत नगर में जैन दीक्षा अंगीकार करके साधु जीवन ग्रहण कर लिया था । जैनाचार्य की प्रेरणा से करीब 250 से ज्यादा प्राचीन और अर्वाचीन तीर्थों मंदिरों के जीर्णोद्धार और नवनिर्माण करवाकर प्राण प्रतिष्ठाएं सम्पन्न हुई हैं । जैनमुनी नित्यानंद महाराज से आर्शीवाद लेने शाम को जिलाधिकारी संजय सिंह व एसपी अशोक कुमार मीणा भी पहुंचे। वह जैनमुनि के साथ जिले की सीमा पर स्थित बरखेड़ा गांव तक भी गए। वहीं पर आचार्य रात्रि विश्राम करेंगे। इसके बाद वह आगे की यात्रा पर निकल जाएगें। इस दौरान पुखराज डागा, अनुराग त्रिपाठी, पंडित राजकरन शास्त्री, अजय सक्सेना, बबलू सैनी, लालन मिश्रा व अन्य लोग मौजूद रहे।