फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) सिपाही को आत्महत्या के लिए उकसाने का पूर्व विधायक पर चल रहे मुकदमे में विधि विज्ञान प्रयोगशाला के वैज्ञानिक ने कोर्ट में बयान दर्ज कराए। इसमें सिपाही के लगी गोली ओर उसके पास से बरामद हुई रिवाल्वर से चलाया जाने की स्थित स्पष्ट नहीं हो सकी।
फतेहगढ़ कोतवाली में तैनात रहे सिपाही बृजेंद्र सिंह तोमर की सिविल लाइन मडैया में किराये के मकान में गोली लगने से मौत हो गई थी। इस मामले में पुत्र ने अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच कर आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा पूर्व सपा विधायक विजय सिंह के खिलाफ दर्ज कराया था। यह मुकदमा विशेष अदालत एमपी एमएलए कोर्ट में चल रहा है। इस मुकदमे में वादी समेत अन्य गवाहों की गवाही और जिरह पूरी हो चुकी है। जो गोली सिपाही के लगी थी, वह गोली वहां से बरामद हुई रिवाल्वर से चलाई गई। यह स्थित स्पष्ट करने के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला गोंडा के वैज्ञानिक संजय खरे को तलब किया गया था। वह शनिवार को कोर्ट में उपस्थित हुए। उन्होंने अपने बयान दर्ज कराए। इसमें सिपाही के लगी गोली और बरामद रिवाल्वर से चलाई गई, स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई। सुनवाई के लिए सात अप्रैल की तिथि लगाई गई है।