फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता) विगत कई दिनों से जिला प्रशासन और अन्नादाताओं के बीच तनातनी बुधवार को भी लगभग जारी रही| हालांकि अधिकारियों नें अपने वायदे के मुताबिक तहसील में बंद आवारा मबेशियों को जनपद की विभिन्य गौशालाओं में भेजा गया| शेष मबेशी भी भेजे जा रहे है| लेकिन वहीं दूसरी तरह अभी भी किसानों का रुख तहसील की तरफ है| बुधवार को भी मबेशी खदेड़कर तहसील की तरफ ला रहे आधा दर्जन किसानों को पुलिस नें पकड़ लिया और थाने ले आयी|
दरअसल बीते दिन एडीएम सुभाष चंद्र प्रजापति की भूमिका की सरहना हो रही है| जिनकी सक्रियता से तहसील के आवारा मबेशी गौशाला में भेजे जा रहे है| वहीं बीडीओ राजेपुर के रवैये पर सबाल खड़े हो रहें है|
बुधवार को एक तरह जिला प्रशासन की तरफ से तहसील परिसर से गौवंश पकड़कर गौशाला में भेजनें का कार्य जारी रहा| वहीं दूसरी तरह एक दूसरा पहलू भी दिखा| जहाँ पुलिस नें पीएसी की मदद से आधा दर्जन किसानों को पकड़ लिया और थानें ले आये| वह किसान आवारा मबेशी लेकर तहसील में छोडनें आ रहे थे| जिन्हें पुलिस नें दबोच लिया| उनके ऊपर धारा 290 की कार्यवाही भी कर दी गयी| बाद में उन्हें छोड़ दिया गया| सबाल तो बड़ा है कि इतनी बड़ी संख्या में आवारा मबेशी खेतों को चर रहें थे किसान की खून पसीनें की कमाई आवारा जानवरों के पैरो तले रौंदी जा रही थी तो अब तक क्या केबल कागजों में ही बाजीगरी कर सरकार को गलत रिपोर्ट भेजी गयी? क्या जिम्मेदार पर कार्यवाही नही बनती तो सब कुछ देखते हुए भी अंजान रहे? गंगा पार का किसान वैसे भी बाढ की विभीषिका से परेशान रहता है ऊपर से आवारा मबेशी उसकी फसल को चौपट कर रहें है|
मबेशियों नें चौपट की आलू की फसल किसानों नें बताया कि जो किसान मबेशी लेकर आ रहे थे| उन्हें पुलिस नें हिसारत में ले लिया| इसके बाद उन मबेशियो को मौके पर ही छोड़ दिया गया | वह मबेशी खेतों में घुस गये और आलू आदि की फसल को बर्बाद किया|
थानाध्यक्ष संत प्रकाश पटेल नें बताया कि आधा दर्जन किसान थानें लाये गये थे | वह गौवंशों को लेकर तहसील आ रहे थे| बाद में 290 की कार्यवाही कर छोड़ दिया गया|