गंगा पर 18 हजार करोड़ खर्च,काम 18 पैसे का भी नही

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(राजेपुर संवाददाता) सोमवार को गंगा संवाद यात्रा लेकर राजेपुर पंहुचे भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री व संवाद यात्रा प्रमुख केएन गोविंदाचार्य ने कहा कि गंगा के मार्ग में बाधा ना डाली जाये उसे बहनें दे| अभी तक कितनी सरकारें आयी और गंगा स्वच्छता परकार्य किया 18 हजार करोड़ खर्च हो गये लेकिन हालात खराब और भी हो गये हैं|
गंगा संवाद यात्रा तुसोर गाँव से कुइयां, निबिया,दलेटिया,बहादरपुर,भरखा पहुची। गोविन्दाचार्य पत्रकारों से मुखातिब हुए| उन्होंने कहा कि 2016 में प्रदेश व केंद्र सरकार को 20 सूत्री ज्ञापन सौंपा था, यदि उस पर विचार किया होता तो समस्या नहीं होती। जलवायु परिवर्तन के कारण बेमौसम बारिश से फसलें नष्ट हो रही हैं। गोविंदाचार्य ने कहा गंगा बहाव में कम से कम 60 फीसदी पानी रहना चाहिए, जबकि 15 प्रतिशत रहता है। इससे पर्यावरण तथा पेड़-पौधे प्रभावित होते हैं। 1980 से लेकर 40 सालों में 18000 करोड से ज्यादा खर्च हो गए । विभिन्न सरकारें आई और गई। गंगा जी की स्थिति जल की गुणवत्ता इस क्षेत्र में कम हुई है। किसलिए मैंने जानने की कोशिश की है। वैज्ञानिकों का कहना है, साठ से सत्तर प्रतिशत पानी प्रभाव में छोड़ा जाए 40% पानी का प्रयोग पेयजल और सिंचाई के लिए बाहर भेजा जाए। उन्होंने किसानों के दर्द को सार्वजनिक किया। कहा कि गोवंश से किसान परेशान हैं। बहाव में कम से कम 60 फीसदी पानी रहना चाहिए, जबकि 15 फीसदी रहता है। इससे पर्यावरण तथा पेड़-पौधे प्रभावित होते हैं। उनके साथ गदाधर विद्रोही, जीवकांत झा, साध्वी रेणुका, विवेक त्यागी, ललित देवी, सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता सुबुही खान आदि पैदल चल रहे हैं। गंगा संवाद यात्रा के सह यात्री अमृतपुर विधायक सुशील कुमार शाक्य , डॉ प्रभात कुमार अवस्थी, विनोद कुमार अग्निहोत्री, डॉ आशीष अग्निहोत्री ,संदीप कुमार शाक्य, प्रधान प्रदीप गुप्ता,सौरभ शुक्ला पूर्व सभासद अनूप रस्तोगी रहे |