लखनऊ: बीते पांच वर्षों से लगातार अयोध्या में भव्य-दिव्य दीपोत्सव का आयोजन हो रहा है। हर वर्ष रिकार्ड दीपों का प्रज्ज्वलन कर यह आयोजन वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों को छू रहा है। इस वर्ष हम अपने ही पिछले रिकार्ड को तोड़कर एक नया कीर्तिमान रचेंगे। सीएम योगी ने शुक्रवार देर रात शासन के उच्चाधिकारियों के साथ अयोध्या में दीपोत्सव के भव्य आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की| और तैयारियों की जानकारी प्राप्त की| इस बार पीएम मोदी के अयोध्या दीपोत्सव में शामिल होने के चलते विशेष तैयारिया की गई है|
अयोध्या जिला के पुलिस-प्रशासन के अधिकारी समीक्षा बैठक से वर्चुअल माध्यम से जुड़े। सीएम ने कहा कि इस वर्ष अयोध्या दीपोत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे। दीपोत्सव उल्लास और उत्साह का पर्व है। बड़ी संख्या में स्थानीय जनता और देश-विदेश के पर्यटक इसमें सहभागी होंगे। ऐसे में जनता की भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाए। आमजन के आवागमन,बैठने की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। भीड़ नियंत्रित रहे। पुलिस बल का व्यवहार सरल और सहयोगी हो। किसी भी श्रद्धालु या पर्यटक को अनावश्यक परेशानी न उठानी पड़े। अयोध्या दीपोत्सव अपनी भव्यता के लिए पूरी दुनिया में पहचान बना रहा है। ऐसे में समारोह की गरिमा का पूरा ध्यान रखते हुए सभी तैयारियां की जाएं। 23 अक्टूबर के मुख्य समारोह से पूर्व पूरे कार्यक्रम का एक बार पूर्वाभ्यास कर लिया जाए। मुख्य समारोह से पहले पूरे जिले में स्वच्छता व सैनिटाइजेशन का विशेष अभियान चलाया जाए।उन्होंने कहा कि अयोध्या दीपोत्सव में भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी,भरत मिलाप,श्रीराम राज्याभिषेक आदि प्रसंगों का प्रतीकात्मक चित्रण भी होगा। प्रधानमंत्री सरयू मैया की आरती भी उतारेंगे। इन विशिष्ट अवसरों पर समयानुकूल सुमधुर भजन, आरती व मानस की चौपाइयों, दोहा आदि का गायन होना चाहिए। इससे समारोह और अधिक शोभायमान और अविस्मरणीय होगा।प्रधानमंत्री समेत अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था के मानकों का अक्षरश: अनुपालन किया जाए। गलती की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। अयोध्या की सीमा से लगे बस्ती, रायबरेली, गोंडा, बाराबंकी आदि जिलों को अलर्ट रहना होगा।