फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) रविवार को हिंदी पखवाड़े के अन्तर्गत काव्य समारोह का आयोजन किए गया | जिसमे कवियों नें अपनी-अपनी कविता के माध्यम से हिंदी की दुर्दशा पर काव्य पाठ किया|
फर्रुखाबाद प्रेस क्लब के द्वारा हिंदी पखवाड़े के अन्तर्गत काव्य समारोह का आयोजन किया गया ।
रविवार को आयोजित काव्य समारोह का शुभारंभ राष्ट्रीय डॉक्टर शिवओम अम्बर ने दीप प्रज्वलित कर किया ।
अध्यक्षता डॉक्टर शिवओम अम्बर ने की उन्होंने कहा कि राजभाषा घोषित होने के बाबजूद राजनीतिक साजिशों के कारण हिंदी आज भी राष्टभाषा नहीं बन पाई है और वह स्थान अंग्रेजी को दे दिया गया है हिंदीभाषी राज्यों में अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों की बढ़ती हुई संख्या हमारी मानसिक दासता का कारण है। उन्होंन पक्तियाँ पढ़ते हुए हिंदी के दर्द को बयां किया ‘बहुत बेकल हूँ घावरी हुई हूँ कि
मैं अपनो से ठुकराई हुई हूँ,करु इंसाफ की फरियाद किससे ,मैं न्यायालय में दफनाई हुई हूँ ।
वही वरिष्ठ कवि डॉक्टर सन्तोष पाण्डेय ने
‘जननी का आँचल फाड़ने की जो बात करें, ऐसा शीश धड़ से उतार लेना चाहिए, राष्ट्रीय एकता की और देश प्रेम की पंक्तियाँ पढ़ी ।
रामशंकर अवस्थी ने कहा ‘हिंदी में है व्याप्त राष्ट्र एकता की शक्ति भक्ति, रूप है विराट और गुणों की खान ये ।
राम अवतार शर्मा इन्दु ने ‘संस्कृति का भला भारतीयता का ध्वज -दण्ड,हिंदी पूजनीय माननीय देवनागरी, छंद पढ़ा ।
ओज कवयित्री गीता भारद्वाज ने,हर जरूरी जबाब लिख देंगे भूख का भी हिसाब लिख देंगे आम जन जब भी जाग जाएंगे, रक्त से इंकलाब लिख देंगे,मुक्तक पढा। कानपुर से आयी श्रृंगार रस की कवयित्री डॉक्टर अंजना कुमार ने
‘कभी मन करता है लौटा दें उनके यादों का सामान,
पर डाकिए को तो उनके घर का पता ही नहीं पंक्तियाँ पढ़ीं ।
कवि किशन साध ने दोहों ओर गजलें पढ़कर हिंदी प्रेम की बात कही दिनेश अवस्थी,प्रीति तिवारी, रचनाएँ प्रस्तुत की प्रगति राज ने कहानी का पाठ किया । कार्यक्रम में प्रिंट एवं एलेक्ट्रॉनिक मीडिया एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय सिंह ने पत्रकारों को से एक जुट होने का आव्हान किया ।
फर्रुखाबाद प्रेस क्लब के अध्यक्ष सर्वेन्द्र कुमार अवस्थी ने कार्यक्रम में आये सभी अथितियों का बैच लगाकर,सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । संचालन युवा कवि प्रतीक शुक्ला ने किया संयोजन दिलीप कश्यप ने किया । इस अवसर पर दीपक सिंह, इमरान हुसैन,विकास दुबे, रिंकू यादव, अनिल प्रजापति ,रविंद्र भदौरिया,मोहन लाल गौड़, सुशील मिश्रा, भूपेंद्र प्रताप सिंह आदि रहे ।