फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि ने रविवार को यहां कहा कि हिंदू की रक्षा देश की रक्षा है, हिंदू है तो हिंदुत्व है| उन्होंने कहा की सेकुलर शब्द से हिन्दुओं का उत्पीड़न हो रहा है|
शहर के बढ़पुर स्थित एक होटल में महामंडलेश्वर ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने बताया कि 1947 में देश आजाद नहीं बल्कि तीन टुकड़े हुए थे जिसका 33 फ़ीसदी भू-भाग मुस्लिमों को दिया गया था और उनके बांग्लादेश और पाकिस्तान बना था| हिंदुस्तान केवल हिंदुओं के लिए रखा गया था लेकिन मुस्लिम यहां से गये नहीं लिहाजा बंटवारे के हिसाब से यह हिंदुओं का ही है| उन्होंने आरोप लगाया कि सर्कुलर शब्द के नाम पर अंतरराष्ट्रीय मंचों से हिंदुओं का सबसे बड़ा अपमान हो रहा है| महामंडलेश्वर ने कहा कि इसके लिए पूरे देश में जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है| और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह मांग की जा रही है कि देश में सारी समस्याओं का समाधान हिंदू राष्ट्र बनने से हो जाएगा उन्होंने सेकुलर शब्द को खतरनाक करार दिया और कहा कि इसी की आड़ में बरसों से हिंदू उत्पीड़न का शिकार हो रहा है।
उन्होंने ज्ञानवापी मामले में कहा कि ज्ञान व्यापी मंदिर ही है, वहां भगवान शंकर के प्रतीक नंदी सैकड़ों साल से विराजमान हैं, दूसरे धर्म के लोग हंसी खुशी यह हिंदुओं को सौंप दें, लेकिन अब यह न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा बन चुका है| अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर की तरह 500 वर्ष न्याय करने में ना लगाए जायें बल्कि इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी की जाये, न्याय प्रक्रिया के तहत निर्णय जल्द होना चाहिए|
उन्होंने बताया कि धर्म संसद में हिंदुओं के संरक्षण और संवर्धन के लिए देशव्यापी आंदोलन चलाया जाएगा| इसके साथ ही उन्होंने गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग की है| यूपी में बाबा के बुलडोजर की कार्यवाही को उन्होंने सही और जायज बताया, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग पत्थर बरसाते हैं ट्रेनों और बसों में में निरीह यात्रियों को चोट पहुंचाते, ऐसे लोगों के घर बुलडोजर से गिरवा कर फिर दोबारा उस स्थान पर बनने नहीं चाहिए| कड़े दंड से ही अपराध और अपराधी नियंत्रण में आएंगे
इस दौरान बीजेपी नेता वीरेंद्र सिंह राठौर, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा वरिष्ठ राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रवक्ता राघवेंद्र सिंह ,राजू, क्षत्रिय महासभा जिलाध्यक्ष राम बहादुर सिंह राठौर, अनिल प्रताप सिंह, धीरेंद्र वर्मा, अशोक रस्तोगी रहे|