फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम की भूमि पर दशकों से कब्जा कर बनाये गये भवन जमीदोज कर दिये गये| कई भवनों को ढहानें में तो बुलडोजर के भी पसीने छूट गये| अतिक्रमण हटानें के दौरान ही कुछ लोगों ने पुलिस और प्रशासनिक लोगों के साथ हाथापाई तक कर दी| बाद में पुलिस ने दो को हिरासत में लेकर कोतवाली भेज दिया|
दरअसल जिला जेल चौराहे से पुलिस लाइन तक अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की गाटा संख्या 197 पर 0.2310 हेक्टेयर भूमि पर 32 दुकानें व मकान अबैध निर्माण में बनें है| जिनको बीते दिनों तोड़ने के आदेश नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव की तरफ से दिये गये थे| लिहाजा उसके बाद भी अधिकतर लोगों ने अतिक्रमण नही तोड़ा| बुधवार को सुबह पुन: जिला जेल से पुलिस लाइन तक अतिक्रमण अभियान चलाया गया| जिसमेअनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की की भूमि पर कब्जा का बनाये गये भवनों को जमीदोज किया गया| लिहाजा जगह-जगह प्रशासन को भीड़ का सामना करना पड़ा| दरअसल पुलिस के सामने ग्रानगंज में गुड्डू सागर, मनोज सागर पुत्र अरविन्द की संजना फर्नीचर हॉउस के नाम से दुकान थी| जो अतिक्रमण के जद में आ गयी| जब जेसीबी उनके मकान को तोड़ने पंहुची| जिस पर गुड्डू व मनोज नें नगर मजिस्ट्रेट से समय माँग| लेकिन उन्होंने समय देनें से इंकार कर दिया| जेसीबी जैसे ही उनका मकान तोड़ने के लिए आगे बढ़े तो भवन मालिक और उनके घर के परिजन ने इसका विरोध किया| वह घर के भीतर चले गये| जब पुलिस और प्रशासनिक कर्मियों ने उन्हें घर से बाहर निकालनें का प्रयास किया तो उन्होंने पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया| मारपीट के दौरान एक सिपाही जमीन में गिर भी गया| इसके बाद पुलिस ने गुड्डू और अरविन्द को हिरासत में ले लिया और उन्हें कोतवाली भेज दिया| गुड्डू की दुकान पर दो बुलडोजर तकरीबन दो घंटे तक चलते रहे|बमुश्किल उनका भवन ढहाया जा सका| पास में ही एक बीजेपी नेता की भी दुकानें तोड़ी गयीं| पुलिस लाइन गेट के सामने एक महिला पुलिस कर्मी ने अतिक्रमण का दुकानें बना बनवायी थी| उनका लेंटर अभी कुछ दिन पूर्व ही डाला गया था| लिहाजा अतिक्रमण में होनें के चलते नवनिर्मित दुकानों को भी गिरा दिया गया| इस दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी रेनू, ईओ रविन्द्र कुमार, कोतवाल जेपी पाल आदि मौजूद रहे|